
Telegram Froud: आजकल साइबर फ्रॉड ने पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती उत्पन्न कर दी है। हैरान करने वाली बात यह है कि अब पढ़े-लिखे लोग भी साइबर ठगों के झांसे में आ रहे हैं और भारी नुकसान उठा रहे हैं। राजधानी में एक कारोबारी ने ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 2 करोड़ से ज्यादा की रकम गंवा दी। यह पूरा मामला एक लड़की के टेलीग्राम के जरिए संपर्क करने से शुरू हुआ।
Telegram Froud: जानकारी के अनुसार, कारोबारी जितेंद्र सोमानी से एक युवती ने टेलीग्राम एप के माध्यम से संपर्क किया। उसने कारोबारी को ज्यादा मुनाफा देने का झांसा दिया और फिर उनसे सवा दो करोड़ रुपये की रकम इन्वेस्ट करवा ली। कारोबारी ने पुलिस को बताया कि जनवरी महीने में टेलीग्राम पर उसकी मुलाकात अंजली नाम की लड़की से हुई। लड़की ने उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग एप के बारे में बताया और फ्यूचर फॉर्च्यून ग्लोबल लिमिटेड नामक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल कर लिया। इस एप के जरिए कारोबार करने का लालच देकर उसने कारोबारी को 2 करोड़ से ज्यादा की रकम गंवाने के लिए मजबूर कर दिया।
Telegram Froud: पहले दिया मुनाफा का झांसा
लड़की ने शुरुआत में कारोबारी को ट्रेडिंग एप के बारे में जानकारी दी और इसमें पैसे इन्वेस्ट करने के लिए राजी किया। शुरू में कारोबारी को कुछ लाभ भी हुआ, लेकिन बाद में जब उसे पैसे वापस नहीं मिले तो उसे ठगी का एहसास हुआ।
Telegram Froud: कैसे हुआ ठगी का खेल
Telegram Froud: लड़की ने कारोबारी से पहले 50 हजार रुपये जमा कराए और फिर उसे ज्यादा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। इसके लिए उसने फर्जी स्क्रीनशॉट्स भी भेजे, जिनमें कुछ लोग दिखाए गए थे जो ट्रेडिंग से लाभ कमा रहे थे। कारोबारी ने और पैसे डालने का निर्णय लिया और फिर उसने करीब 17 किस्तों में 2 करोड़ 19 लाख 81 हजार रुपये ठगों के खाते में जमा कर दिए। इस दौरान उसे फर्जी आईडी में मुनाफा दिखाया गया।
Telegram Froud: ट्रेडिंग एप बंद होने के बाद हुआ ठगी का खुलासा
Telegram Froud: कुछ समय बाद, ठगों ने कारोबारी को यह कहकर ट्रेडिंग एप बंद कर दिया कि मार्केट खराब हो गया है। जब कारोबारी ने अपना पैसा वापस निकालने की कोशिश की तो ठगों ने उसे बताया कि पहले उसे अपने लाभ का 30 फीसदी टैक्स के रूप में देना होगा। अब इस मामले की जांच मोवा पुलिस द्वारा की जा रही है और एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।