Mahakumbh 2025 : अंतरिक्ष से कुछ ऐसे दीखता है महाकुंभ का नजारा, ISRO ने शेयर की तस्वीरें, देखें…
Mahakumbh 2025 : अंतरिक्ष से कुछ ऐसे दीखता है महाकुंभ का नजारा, ISRO ने शेयर की तस्वीरें, देखें...

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) की भव्य तैयारियों की झलक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बुधवार को सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से साझा की। इन तस्वीरों में संगम के पास बनी टेंट सिटी और विशाल बुनियादी ढांचे को अंतरिक्ष से देखा जा सकता है। यह धार्मिक आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा, जहां दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने आ रहे हैं।
Mahakumbh 2025 : सैटेलाइट से मिली जानकारी
इसरो ने EOS-04 (RISAT-1A) ‘C’ बैंड माइक्रोवेव सैटेलाइट की मदद से महाकुंभ क्षेत्र की टाइम-सीरीज तस्वीरें ली हैं। ये तस्वीरें 15 सितंबर 2023 और 29 दिसंबर 2024 की हैं, जो महाकुंभ के दौरान तैयार किए गए विशाल बुनियादी ढांचे और परिवहन नेटवर्क को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं।
तस्वीरों में संगम के पास की टेंट सिटी, सड़कों, पुलों, और सहायक संरचनाओं का लेआउट दिखाया गया है। प्रयागराज में शिवालय पार्क जैसी अद्वितीय संरचनाओं को भी सैटेलाइट तस्वीरों में कैद किया गया है, जो भारत के नक्शे की आकृति में 12 एकड़ भूमि पर बनाया गया है।
Mahakumbh 2025 : श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ 2025 के दौरान अब तक 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। यह आयोजन हर 12 साल में होता है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। इसरो की तस्वीरें इस आयोजन की भव्यता और संगम क्षेत्र में लगे मेले की अद्भुत झलक प्रदान करती हैं।
Read More : Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में क्यों लगाई जाती है आस्थ की डुबकी? क्या है शाही स्नान का महत्व? जानें…
इसरो ने बताया कि EOS-04 सैटेलाइट से ली गई टाइम-सीरीज तस्वीरें टेंट सिटी और महाकुंभ के लिए बनाए गए अन्य ढांचों की स्पष्ट जानकारी देती हैं। इन सैटेलाइट तस्वीरों का उपयोग प्रशासनिक योजनाओं, भीड़ प्रबंधन, और बुनियादी ढांचे के विकास में किया जा रहा है।
Mahakumbh 2025 : सैटेलाइट की तस्वीरों में प्रयागराज में निर्मित शिवालय पार्क मुख्य आकर्षण के रूप में उभरा है। इसे विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए डिजाइन किया गया है और यह महाकुंभ की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को दर्शाता है।