IPS GP Singh : छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने IPS जीपी सिंह के खिलाफ ECIR को किया निरस्त, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का लगा था आरोप
IPS GP Singh : छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने IPS जीपी सिंह के खिलाफ ECIR को किया निरस्त, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का लगा था आरोप

IPS GP Singh : बिलासपुर: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने IPS अधिकारी जीपी सिंह के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी द्वारा दर्ज की गई ECIR (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) को निरस्त कर दिया है। इस रिपोर्ट को नई दिल्ली की हेड इन्वेस्टिगेटिंग यूनिट ने धन-शोधन अधिनियम के तहत दर्ज किया था। यह मामला तब सामने आया जब IPS जीपी सिंह पर राजद्रोह और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि उन्होंने अपनी पत्नी, मनप्रीत कौर के नाम पर संपत्ति बनाई है।
IPS GP Singh : जीपी सिंह ने राज्य सरकार के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ दर्ज FIR राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने आय से अधिक संपत्ति सहित अन्य सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। इसके बाद जीपी सिंह ने नई दिल्ली द्वारा दर्ज ECIR को भी निरस्त करने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
IPS GP Singh : इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने की। जीपी सिंह की पत्नी मनप्रीत कौर के वकील ने तर्क दिया कि वह एक शिक्षिका हैं और कई प्राइवेट कॉलेजों में गेस्ट लेक्चरर के रूप में काम कर चुकी हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता MSC लाइफ साइंस और लाइफ साइंस में पीएचडी है। उन्होंने अपनी शादी से पहले ट्यूशन और नौकरी से कमाए गए पैसों की बचत की थी। शादी के बाद उन्होंने एजुकेशनल कंसलटेंट और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट क्लासेस शुरू की थीं।
IPS GP Singh : बुधवार को, हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने IPS जीपी सिंह के खिलाफ दर्ज ECIR को रद्द कर दिया। कोर्ट ने कहा कि पूरी आपराधिक कार्रवाई एक दुर्भावनापूर्ण जांच पर आधारित थी और इसका कोई ठोस आधार नहीं था।
IPS GP Singh : यह मामला तब सामने आया था जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 महीने पहले छत्तीसगढ़ के सीनियर IPS अधिकारी जीपी सिंह को बहाल करने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद उन्होंने फिर से अपनी सर्विस जॉइन की। जीपी सिंह पर आय से अधिक संपत्ति, राजद्रोह और ब्लैकमेलिंग केस में कार्रवाई की गई थी।
IPS GP Singh : जब 2021 में जीपी सिंह के घर पर छापा पड़ा था, वह ADG रैंक पर थे और ACB के चीफ थे। छापेमारी के दौरान उनके घर से कुछ डायरियां और डायरी के फटे पन्ने मिले थे, जिनमें जादू-टोने से जुड़ी बातें लिखी हुई थीं। एक डायरी में कोड वर्ड में कुछ अफसरों के बारे में अजीब बातें लिखी गई थीं। डायरी में यह भी लिखा था कि “वह थाईलैंड से 20 पैर वाला कछुआ मंगवा चुके हैं, उसकी बलि देने के बाद वह कुछ भी कर सकेगा”।
IPS GP Singh : इन दस्तावेजों में कुछ आईएएस अधिकारियों, सचिव स्तर के अफसरों और राजनेताओं के नाम भी कोड वर्ड में थे। बाद में ACB ने 10 करोड़ की संपत्ति की जानकारी दी, जो जीपी सिंह के नाम पर पाई गई थी। उनके बैंक मैनेजर दोस्त मणि भूषण के घर से 2 किलो सोने की पट्टी मिली थी, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ थी। इसके साथ ही कई कंपनियों में निवेश, गहने और लाखों रुपए की नकदी भी मिली थी।