CG News : चिलचिलाती धूप में पानी के लिए तरस रहे मवेशी, गौठान भी सुनसान पड़ा…व्यवस्था पर ध्यान नहीं
CG News : Cattle yearning for water in the scorching sun, Gauthan also deserted...no attention to arrangements

गौरीशंकर गुप्ता, घरघोड़ा | CG News : भीषण गर्मी और घटते भूजल स्तर के कारण क्षेत्र के अधिकांश कुएं और तालाब सूखने की कगार पर हैं, जिसके परिणामस्वरूप पानी की किल्लत ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा दिया है। इस संकट का सबसे अधिक असर लावारिस मवेशियों पर पड़ रहा है, जो चिलचिलाती धूप में पानी के लिए तरसते हुए भटक रहे हैं। नगर में इन पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण उनकी स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है।
CG News नगर में सैकड़ों मूक पशु लावारिस हालत में घूम रहे हैं, जिन्हें उनके मालिकों द्वारा पूरी तरह से उपयोग करने के बाद छोड़ दिया जाता है। पहले नगर के संवेदनशील नागरिक अपने घरों के सामने सीमेंट की टंकियों में पानी भरकर इन निरी पशुओं को पानी पिलाया करते थे, लेकिन अब वह परंपरा भी खत्म हो चुकी है। पशुपालकों की क्रूरता के कारण इन मवेशियों को बीमार होने पर या बूढ़े होने पर भटकने के लिए छोड़ दिया जाता है।
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पानी और घास की कमी के कारण ये मवेशी पॉलिथीन, दुकानों के फेंके गए अवशेष और नालियों का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होते हैं, जिसके कारण उन्हें कई बीमारियां हो जाती हैं। नगर पंचायत और प्रशासन की ओर से इन मवेशियों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हालांकि, गर्मी के मौसम में आम लोगों के लिए प्याऊ खोले जाते हैं, लेकिन मवेशियों के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। CG News
CG News पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा मवेशियों के लिए 14 गौठान बनाए गए थे, ताकि भूखे प्यासे मवेशियों को आश्रय मिल सके। लेकिन इस योजना का लाभ मवेशियों को नहीं, बल्कि सरकारी कर्मचारियों को मिला, जिन्होंने गौठानों से लाभ उठाया और बेजुबान मवेशियों के लिए कुछ नहीं किया। इस स्थिति से साफ जाहिर होता है कि बेजुबान मवेशियों के प्रति सरकार और प्रशासन का रवैया क्रूर और उपेक्षापूर्ण रहा है।