Ravi Pradosh Vrat 2025 : रवि प्रदोष व्रत: जानिए क्या करें और क्या न करें
Ravi Pradosh Vrat 2025 : रवि प्रदोष व्रत: जानिए क्या करें और क्या न करें

Ravi Pradosh Vrat 2025 : हर महीने की त्रयोदशी तिथि भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित मानी जाती है। इस दिन विशेष रूप से शिवजी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। द्रिक पंचांग के अनुसार, 9 फरवरी को रवि प्रदोष व्रत रखा जाएगा। जब रविवार को त्रयोदशी तिथि पड़ती है, तब इसे *रवि प्रदोष व्रत* कहा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से दीर्घायु, स्वास्थ्य और खुशियों की प्राप्ति के लिए होता है।
Ravi Pradosh Vrat 2025 : रवि प्रदोष व्रत में क्या करें?
1. रवि प्रदोष के दिन सुबह स्नान करके विधिपूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
2. शिव मंत्रों का जाप करें, इससे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
3. शिवलिंग पर पीले चंदन से त्रिपुंड बनाएं और बेलपत्र पर शहद लगाकर अर्पित करें। यह कार्य शिवजी को प्रसन्न करता है और उनकी कृपा बनी रहती है।
4. अगर वैवाहिक जीवन में सुख और खुशहाली चाहिए, तो शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करें और देवी पार्वती को सोलह श्रृंगार चढ़ाएं।
5. प्रदोष व्रत के दिन शाम को शिव मंदिर में दीपक जलाने से धन, यश और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
Ravi Pradosh Vrat 2025 : रवि प्रदोष व्रत के दिन क्या न करें?
1. इस दिन मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन से बचें।
2. काले रंग के वस्त्र न पहनें।
3. क्रोध, ईर्ष्या और बेकार के वाद-विवाद से बचें। इस दिन झूठ बोलने से भी बचें।
4. शिवलिंग पर तुलसी, सिंदूर, हल्दी, केतकी का फूल और नारियल चढ़ाना निषेध है।
5. प्रदोष व्रत के दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो बारीक नमक का सेवन कर सकते हैं।
Ravi Pradosh Vrat 2025 : नोट : इस आलेख में दी गई जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। कृपया इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।