Santa Claus : वैज्ञानिकों ने सांता क्लॉज का बनाया असली चेहरा, फोरेंसिक पद्धति से बनाया थ्री डी चेहरा

नई दिल्ली । Santa Claus : दिसंबर 25 को क्रिसमस है, ऐसे में सबको सांता क्लॉज का याद आना तो बनता है. बरसों से सांता क्लॉज के बारे में सुनते आए हैं परन्तु इसके पीछे की वास्तविकता से अब तक हम अछूते हैं. इसी बीच एक चौकाने वाली खबर सामने आई है. वैज्ञानिकों ने सांता क्लॉज का असली चेहरा विकसित कर लिया.
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Santa Claus : यानी लगभग 17०० साल बाद सांता क्लॉज का असली चेहरा सबके सामने आया है. बताया जाता है कि संत निकोलस जो ही सांता क्लॉज के रूप में आज जाने जाते हैं, उनकी खोपड़ी के अवशेष के सहारे फोरेंसिक पद्धति से उनका यह थ्री डी चेहरा विकसित किया गया है. इतना ही नहीं यह दावा भी किया गया है कि सांता क्लॉज का यही असली चेहरा है और वे ऐसे ही दिखते रहे होंगे.
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Santa Claus :यदि यह सच है तो वैज्ञानिकों के लिए यह एक बड़ी सफलता है. उन्होंने सांता क्लॉज के प्रेरणा स्रोत, संत निकोलस ऑफ मायरा का चेहरा उनकी खोपड़ी के आधार पर बनाया है. ऐसा पहली बार है कि किसी ऐतिहासिक शख्स जो अब इस दुनिया में नहीं है उसका असली चेहरा देखा जा सकता है. संत निकोलस मायरा एक प्रारंभिक ईसाई संत थे.
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Santa Claus : उनका जन्म तीसरी शताब्दी में हुआ था और वे अपनी उदारता और उपहार बांटने की आदत के चलते मशहूर हुए. उनके इसी भलमनसाहत और उदारता के कारण डच लोक चरित्र सिंटरक्लास का आधार बना , जिसे अमेरिका में सांता क्लाज के रूप में जाना गया. वे हमेशा जरूरतमंदों की मदद करते रहे और उनकी दयालुता और मानवता की मिसाल ने उसे दुनिया का संत सांता क्लॉज के रूप में प्रसिद्ध हुए.