Sagar Mandir Demolish Uproar : मंदिर तोड़फोड़ विवाद: बंद के दौरान बवाल, पुलिस ने की लाठीचार्ज, टीआई को हटाया गया
Sagar Mandir Demolish Uproar : मंदिर तोड़फोड़ विवाद: बंद के दौरान बवाल, पुलिस ने की लाठीचार्ज, टीआई को हटाया गया

Sagar Mandir Demolish Uproar : सागर : मध्य प्रदेश में मंदिर तोड़े जाने को लेकर विवाद के दूसरे दिन भी स्थिति तनावपूर्ण रही। सोनी-जड़िया और जैन समाज के लोगों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। इस दौरान पुलिस ने शहर की गलियों में गश्त की और सराफा क्षेत्र में बाजारों में खड़े लोगों को डंडे के बल पर खदेड़ा। पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं और लोगों को भगाया।
Sagar Mandir Demolish Uproar: इस घटनाक्रम में कोतवाली थाना प्रभारी नवीन जैन पर कार्रवाई न करने और पक्षपात के आरोप लगाए गए। इसके बाद उन्हें हटा दिया गया और नए थाना प्रभारी की नियुक्ति की गई। 24 घंटे बाद विधायक शैलेंद्र जैन ने वीडियो जारी कर दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
Sagar Mandir Demolish Uproar: सागर के बड़ा बाजार इलाके में जैन मंदिर (सागरोदय) के निर्माण के दौरान जैन समाज के कुछ युवाओं ने नकाब पहनकर जड़िया-सोनी समाज के कुलदेवता के मंदिर को तोड़ दिया। इससे इलाके में तनाव फैल गया। कोतवाली पुलिस और थाना प्रभारी पर समाज विशेष के पक्ष में समर्थन और पक्षपात करने के आरोप लगाए गए। इसके बाद देर रात तक शहर में हंगामा चलता रहा।
Sagar Mandir Demolish Uproar: पूरे इलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था और शांति बनाए रखने के लिए धारा 163 लगाई थी। रविवार दोपहर कुछ युवाओं ने नारेबाजी करने और जुलूस निकालने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाठियां बरसाईं और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। कई इलाकों में पुलिस ने सख्ती दिखाई, जिनमें कोतवाली, चकराघाट, सराफा बाजार, श्रीराम चौक, इतवारा बाजार और अन्य क्षेत्र शामिल थे।
Sagar Mandir Demolish Uproar: जैन मंदिर निर्माण के दौरान कई घटनाओं को लेकर कोतवाली थाना प्रभारी नवीन जैन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। शनिवार को जड़िया समाज के मंदिर को तोड़े जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। इसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी को हटाकर भूपेंद्र विश्वकर्मा को नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।
Sagar Mandir Demolish Uproar: सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से सामंजस्य और भाईचारे का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो लोग मंदिर तोड़ने गए थे, वे जैन समाज का प्रतिनिधित्व नहीं करते थे और कुछ असामाजिक तत्वों ने इस घटना का फायदा उठाने की कोशिश की थी। शैलेंद्र जैन ने पुलिस और प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए और शांति बनाए रखने की अपील की।