Surajpur News: गोविंदपुर पंचायत के ग्रामीणों का संघर्ष, जानिए क्यों इनकी परेशानियों का नहीं हो रहा समाधान
Surajpur News: गोविंदपुर पंचायत के ग्रामीणों का संघर्ष, जानिए क्यों इनकी परेशानियों का नहीं हो रहा समाधान

Surajpur News: विष्णु कसेरा, सूरजपुर / आज के आधुनिक युग में भी एक गांव में ऐसी स्थिति बनी हुई है, जहां पर लोग अपनी बेटियों की शादी के लिए तैयार नहीं होते। इस गांव में दिव्यांगों और आम नागरिकों को एंबुलेंस जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पाती। बरसात के मौसम में घर से बाहर निकलना कठिन हो जाता है, और कृषि कार्य भी प्रभावित होते हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए जब ग्रामीण विधायक के पास गए, तो उन्होंने कहा, “तुम लोग साहु समाज के हो और भाजपा को वोट देते हो, तुम्हारा रोड भाजपा बनाएगी।” इसके बाद, ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं का समाधान राज्यपाल से मांगते हुए गुहार लगाई है।
Surajpur News: यह खबर आपको यह सोचने पर मजबूर कर देगी कि क्या हम 21वीं सदी में जी रहे हैं या 19वीं सदी में। क्या सच में, जिस विकास की बड़ी-बड़ी पार्टियां बात करती हैं, वह इस गांव में कहीं दिखाई देता है? आखिर क्यों इस गांव के लोग शादी के लिए लड़कियां नहीं पा रहे या कहें कि कोई लड़की यहाँ देने को तैयार नहीं है। बरसात के समय, अगर कोई अत्यधिक बीमार पड़ जाए तो उसे स्वास्थ्य सेवाएं भी नहीं मिल पाती। कृषि कार्यों के लिए पुराने साधनों पर निर्भर रहना पड़ता है, और दिव्यांग तो यह सोचते हैं कि उनका जन्म ही एक गलती था, क्योंकि उन्हें बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिलतीं।
Surajpur News: इन ग्रामीणों का क्या दोष है जो उन्हें इस नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर किया गया है? जब ये मदद के लिए स्थानीय नेताओं के पास जाते हैं, तो उनसे ऐसा जवाब मिलता है, जो न केवल हैरान करने वाला होता है, बल्कि यह उनके अपमान और हिन भावना को भी दर्शाता है। जब नेता कहते हैं कि “तुम लोग साहु समाज के हो और भाजपा को वोट देते हो, तुम्हारा काम भाजपा वाले करेंगे,” तो सवाल उठता है कि क्या उनकी सरकार बिना साहु समाज के वोट के बनी थी?
Surajpur News: यह खबर छत्तीसगढ़ की वास्तविकता को उजागर करती है, जो इस आधुनिक दौर में भी अपनी मूलभूत जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहा है। वायरल छत्तीसगढ़ की खास रिपोर्ट में देखिए, कैसे यह ग्रामीण अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उनकी परेशानियों को समझने का प्रयास किया जा रहा है।