Prayagraj Mahakumbh : मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में कैसे मची भगदड़? चश्मदीदों ने क्या कहा….
Prayagraj Mahakumbh : मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में कैसे मची भगदड़? चश्मदीदों ने क्या कहा....

Prayagraj Mahakumbh : प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नोज पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में कुछ श्रद्धालुओं के मरने की खबर सामने आई है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में लाया जा रहा है। फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि कितने लोग घायल हुए हैं और उनकी स्थिति कितनी गंभीर है। केंद्रीय अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रात 3:30 बजे से अब तक 22 एंबुलेंस अस्पताल पहुंच चुकी हैं।
Prayagraj Mahakumbh : बताया जा रहा है कि अखाड़े को संगम नोज पर 5 बजे से स्नान करना था, लेकिन अब तक अखाड़ा मार्ग पर उनका प्रवेश नहीं हो सका है। अखाड़ा मार्ग पर हर दस-बीस मिनट में एंबुलेंस के सायरन सुनाई दे रहे हैं। घटना के कारण अखाड़े के साधु-संत अब तक अपने शिविर से स्नान के लिए नहीं निकले हैं।
Prayagraj Mahakumbh : चश्मदीदों के अनुसार, कर्नाटक के बेलगांव से आई महिला सरोजनी ने बताया कि संगम नोज पर अचानक भीड़ बढ़ी, जिससे एक खंभा टूटकर गिरा और भगदड़ मच गई। उनके साथ आए एक बुजुर्ग दंपति घायल हो गए। वहीं गोंडा के दर्जी कुआं निवासी जोखू लाल ने बताया कि भगदड़ में उनके चाचा ननकन (44) की मौत हो गई और वे शव लेने के लिए केंद्रीय अस्पताल आए हैं। बलिया के नगरा के निवासी बलजीत सिंह ने बताया कि भीड़ के बढ़ने से कई लोग घायल हो गए और कई दब गए। वे 13 लोग साथ आए थे।
Prayagraj Mahakumbh : घटनास्थल पर स्थिति अब सामान्य हो गई है, और बैरिकेडिंग को खोल दिया गया है ताकि लोगों की आवाजाही शुरू हो सके। बिहार के सासाराम निवासी श्याम नारायण और उनकी पत्नी बबिता के साथ सात लोग आए थे, जिनका डेढ़ साल का नाती भगदड़ में गिर गया। उनका इलाज केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है, और उनका सारा सामान संगम में छूट गया है। एंबुलेंस लगातार घटनास्थल से अस्पताल तक आ रही हैं।