CG Movie : झिटकू-मिटकी की सच्ची घटना पर आधारित फिल्मः राजा खान का अनोखा प्रयास, जानिए कब होगी रिलीज
CG Movie : झिटकू-मिटकी की सच्ची घटना पर आधारित फिल्मः राजा खान का अनोखा प्रयास, जानिए कब होगी रिलीज

CG Movie : रायपुर : छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति और ऐतिहासिक घटनाओं को फिल्मी पर्दे पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। फिल्म निर्माता राजा खान, “झिटकू-मिटकी” नामक फिल्म के जरिए बस्तर क्षेत्र की प्राचीन परंपराओं और ऐतिहासिक घटनाओं को दुनिया के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं। यह फिल्म 7 फरवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी, जबकि इसका ट्रेलर 20 दिसंबर 2014 को विभिन्न सिनेमाघरों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जारी किया गया था।
CG Movie : इतिहास पर आधारित फिल्म
CG Movie : राजा खान ने बताया कि “झिटकू-मिटकी” की कहानी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की 300 साल पुरानी परंपराओं और रीति-रिवाजों पर आधारित है। फिल्म का निर्माण दो साल के गहन शोध के बाद किया गया, जिसमें बस्तर के आदिवासी समुदायों के इतिहास और संस्कृति को ध्यान में रखा गया। उन्होंने बस्तर की पौराणिक कथाओं के ऐतिहासिक पात्रों की सच्चाई पर भी जोर दिया।
CG Movie : फिल्म में झिटकू का किरदार लालजी कोराम और मिटकी का किरदार प्रसिद्ध एक्ट्रेस नवनी अहमद निभा रही हैं। फिल्म का उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को पहचान दिलाना भी है।
CG Movie : राजा खान ने कहा कि फिल्म का निर्माण बहुत ही चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि इसे वास्तविक स्थानों पर शूट किया गया, जिससे आदिवासी संस्कृति की गहरी समझ और अनुभव को पर्दे पर उतारा जा सका। फिल्म की तकनीकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया है। “झिटकू-मिटकी” न केवल छत्तीसगढ़ के दर्शकों के लिए, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को भी आकर्षित करने का प्रयास करेगी। इस फिल्म के जरिए छत्तीसगढ़ की अद्वितीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी।
CG Movie : इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के इतिहास को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना है, और आदिवासी समुदाय की उन कहानियों को जीवित करना है, जो अब तक पर्दे के पीछे छुपी रही हैं। इसके अलावा, यह फिल्म दर्शकों के मनोरंजन के लिए भी जानी जाएगी, जिसमें ड्रामा, हास्य, कर्णप्रिय संगीत और भावनाओं का संगम होगा। राजा खान का मानना है कि यह फिल्म न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करेगी, बल्कि दर्शकों को एक नई दृष्टि प्रदान करेगी।