
नई दिल्ली। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की चर्चित कंपनी ओयो (OYO) एक बार फिर विवादों में घिर गई है। जयपुर में कुछ होटल मालिकों ने ओयो पर फर्जी बुकिंग के जरिए धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। होटल संचालकों का कहना है कि कंपनी ने जानबूझकर गलत तरीके से उनके होटलों में बुकिंग की और बाद में उसे कैंसिल कर दिया, जिससे उन्हें भारी टैक्स और पेनाल्टी का सामना करना पड़ रहा है।
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान ने इसे होटल इंडस्ट्री के लिए गंभीर समस्या बताया है। वहीं, एक होटल संचालक ने ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल पर 22 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। OYO
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जोधपुर के करीब 10 से ज्यादा होटल मालिकों को राज्य और केंद्र सरकार के जीएसटी विभाग से नोटिस मिले हैं, जिसमें लाखों से लेकर करोड़ों रुपये तक की टैक्स रिकवरी मांगी गई है। कुछ मामलों में यह राशि 1 करोड़ रुपये से भी अधिक है। OYO
होटल मालिकों का कहना है कि ओयो की ओर से पहले ऑनलाइन बुकिंग की जाती है और फिर उसे कैंसिल कर दिया जाता है। हालांकि, इन बुकिंग्स पर जो जीएसटी बनता है, वह होटल मालिकों को भरना पड़ता है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। OYO
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गौरतलब है कि ओयो की शुरुआत रितेश अग्रवाल ने साल 2013 में की थी। आज कंपनी का विस्तार 80 से ज्यादा देशों में है और यह हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बन चुकी है। लेकिन समय-समय पर इसकी पॉलिसी और कामकाज को लेकर विवाद खड़े होते रहे हैं।