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Newborn screening test : जन्म के तुरंत बाद क्यों जरूरी हैं ये 5 मेडिकल टेस्ट? नहीं तो बाद में होगा पछतावा…जानिए

Newborn screening test : Why are these 5 medical tests necessary immediately after birth? Otherwise you will regret it later... know

नई दिल्ली | Newborn screening test : जैसे ही शिशु का जन्म होता है, उसकी सेहत से जुड़ी कुछ जरूरी जांचें कराना बेहद आवश्यक हो जाता है। ये टेस्ट न केवल शिशु की तत्काल स्वास्थ्य स्थिति को स्पष्ट करते हैं, बल्कि भविष्य में होने वाली किसी भी गंभीर बीमारी से बचाव और समय पर इलाज में भी मदद करते हैं।

 Newborn screening test अक्सर कई बीमारियों के लक्षण जन्म के समय नजर नहीं आते, लेकिन वे आगे चलकर गंभीर रूप ले सकते हैं। ऐसे में नवजात की सही समय पर जांच उसे बेहतर जीवन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होता है। आइए जानते हैं कि जन्म के तुरंत बाद किन जरूरी टेस्ट्स को करवाना चाहिए-

1. एपीगार स्कोर

यह टेस्ट शिशु के जन्म के ठीक बाद किया जाता है। इसमें शिशु की सांस लेने की क्षमता, दिल की धड़कन, मांसपेशियों की सक्रियता, रिफ्लेक्स और त्वचा के रंग की जांच की जाती है। इससे यह पता चलता है कि नवजात बच्चे की प्रारंभिक स्थिति कितनी स्वस्थ है।

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2. न्यूबॉर्न स्क्रीनिंग टेस्ट

 Newborn screening test यह ब्लड टेस्ट शिशु की एड़ी से खून की कुछ बूंदें लेकर किया जाता है। इसके जरिए थायरॉइड, फिनाइलकेटोनूरिया (PKU), सिकल सेल एनीमिया, गैलैक्टोसीमिया समेत 50 से अधिक अनुवांशिक और मेटाबोलिक बीमारियों की जांच होती है।

3. सुनने की जांच

शिशु की सुनने की क्षमता की जांच जन्म के कुछ समय बाद की जाती है। अगर सुनने में कोई कमी पाई जाती है तो समय रहते उपचार और स्पीच थेरेपी शुरू की जा सकती है।

4. बिलिरुबिन टेस्ट

नवजातों में पीलिया होना आम है, लेकिन अगर बिलिरुबिन का स्तर ज्यादा हो जाए तो यह गंभीर हो सकता है। यह टेस्ट पीलिया की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है।

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5. पल्स ऑक्सीमेट्री टेस्ट

 Newborn screening test इस टेस्ट से यह जाना जाता है कि शिशु के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त है या नहीं। इससे दिल की जन्मजात बीमारियों की पहचान समय रहते की जा सकती है।

इन टेस्ट्स की जरूरत क्यों होती है?

इन शुरुआती जांचों से शिशु में मौजूद किसी भी जन्मजात या गंभीर बीमारी का जल्द पता चल सकता है। इससे समय पर इलाज शुरू कर मानसिक और शारीरिक विकास को सामान्य बनाए रखा जा सकता है।

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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Chhagan Sahu

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम छगन साहू है और मैं भारत का रहने वाला हूँ। अब मैं viralchhattisgarh.com की मदद से आपको छत्तीसगढ़ समाचार और कई अन्य चीजों से जुड़ी हर जानकारी बताने के लिए तैयार हूं। धन्यवाद

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