Mungeli Police : मुंगेली पुलिस ने रिकव्हर किये 20 लाख रूपये से अधिक के 130 नग मोबाइल फोन
Mungeli Police : मुंगेली पुलिस ने रिकव्हर किये 20 लाख रूपये से अधिक के 130 नग मोबाइल फोन

Mungeli Police :रजनीश सिंह/मुंगेली : टीम ने CEIR Online Portal से जानकारी एकत्रित कर जिले में संचालित मोबाइल के साथ-साथ अन्य सीमावर्ती जिलों तथा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उड़ीसा इत्यादि राज्यों से भी मोबाइल फोन रिकव्हर करने में सफलता प्राप्त की है।
Mungeli Police :गुम मोबाइल ट्रेस करने के लिए CEIR Online Portal (https://www.ceir.gov.in) सेवा शासन द्वारा संचालित है, जिसमें नागरिक अपने गुम हुए मोबाइल की ऑनलाईन शिकायत दर्ज कराकर उसे ब्लॉक करा सकते हैं। पोर्टल पर दर्ज गुम मोबाइल की शिकायत घटना क्षेत्र अनुसार साइबर सेल एवं थाना के पोर्टल पर फॉरवर्ड की जाती है, जिस पर ट्रेसिबिलिटि डेटा प्राप्त कर पुलिस द्वारा आगे की कार्यवाही की जाती है। उक्त ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से मुंगेली पुलिस को बहुत से आवेदन प्राप्त हुए थे। मोबाइल रिकव्हरी हेतु पुलिस अधीक्षक मुंगेली भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर छाबड़ा के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी मुंगेली सालिक राम घृतलहरे के पर्यवेक्षण में टीम गठित किया गया।
Mungeli Police :निरीक्षक संजय सिंह प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में टीम द्वारा लगातार खोजबीन कर एक्टिव हुए मोबाइलों में से 130 नग मोबाइल जिनकी अनुमानित कीमत 20 लाख रूपये हैं जिन्हे सरहदी जिले बिलासपुर, जांजगीर-चाँपा, रायपुर, बलौदाबाजार, बेमेतरा, कवर्धा तथा दीगर राज्य उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उड़ीसा से रिकवर कर उनके वास्तविक मालिकों को साइबर सेल मुंगेली, थाना सिटी कोतवाली परिसर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर दिनांक 17.01.2025 को वापस लौटाकर उन्हें “नव-वर्ष” का तोहफा दिया गया तथा अन्य एक्टिव ट्रेसिबल मोबाइलों को रिकव्हर किया जा रहा है।
Mungeli Police :जिले के पुलिस कप्तान द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को साइबर अपराध संबंधी पॉम्प्लेट वितरित कर साइबर अपराध की प्रकृति एवं खतरे के विषय में जानकारी दी गयी, जिसमें मुख्यतः डिजिटल अरेस्ट, डॉट एपीके फाईल, सेक्सटॉर्शन, मोबाइल हैकिंग इत्यादि विषयों पर जानकारी दी गयी। साइबर अपराध घटित होने पर तत्काल इसकी शिकायत साइबर हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करके, ऑनलाईन पोर्टल पर लॉगिन करके या फिर अपने नज़दीकी थाना जाकर शिकायत दर्ज कराने समझाईश दी गयी।