Mungeli BMO : मुंगेली BMO हटाओ अभियान, डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक को हटाने की मांग, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू को सौंपा ज्ञापन, पढ़िए सनसनीखेज आरोप
Mungeli BMO : मुंगेली BMO हटाओ अभियान, डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक को हटाने की मांग, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू को सौंपा ज्ञापन, पढ़िए सनसनीखेज आरोप

Mungeli BMO : रायपुर/मुंगेली : स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ और NHM कर्मचारी संघ ने केंद्रीय मंत्री तोखन साहू को ज्ञापन सौंपकर डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक, खण्ड चिकित्सा अधिकारी मुंगेली को उनके पद से हटाने की मांग की है।
Mungeli BMO : जून 2023 में डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक को खण्ड चिकित्सा अधिकारी, विकासखण्ड-मुंगेली का प्रभार सौंपा गया था। हालांकि, विकासखण्ड मुंगेली में चिकित्सा अधिकारी के पदस्थ रहते हुए भी, और जिला अस्पताल में अनुभवी चिकित्सा अधिकारी होने के बावजूद, उन्हें खण्ड चिकित्सा अधिकारी बना दिया गया। इसके बाद से लगभग दो वर्षों में इनकी कार्यशैली के कारण विकासखण्ड मुंगेली के स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी असंतोष और मानसिक तनाव व्याप्त हो गया है।
Mungeli BMO : डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
1. महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार: डॉ. कौशिक ने महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को वीडियो कॉल करने के बाद जबरदस्ती वीडियो ऑन करवाने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिसका विरोध सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ ने किया था। इस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जांच समिति गठित की थी, लेकिन आज तक जांच रिपोर्ट नहीं आई और कोई कार्रवाई नहीं की गई।
2. मानसिक प्रताड़ना और त्यागपत्र : डॉ. कौशिक की कार्यशैली के कारण चार सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर त्यागपत्र दे दिया। इसके अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र-जरहागांव में भी चिकित्सा अधिकारी को मानसिक उत्पीड़न के कारण स्थानांतरण करवा लिया गया।
3. पिकनिक और राजनीतिक गतिविधियाँ : डॉ. कौशिक ने अपने कर्मचारियों के साथ कई बार पिकनिक मनाए, जिसमें स्वास्थ्य कार्यों को नजरअंदाज कर अमरकंटक और अन्य स्थानों पर भ्रमण किया। इसके अलावा, उन्होंने 2024 में राजनीतिक रूप से प्रेरित स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया, जिससे स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हुई।
4. अवकाश पर भेदभाव : डॉ. कौशिक ने अवकाश के लिए कर्मचारियों से कई प्रकार के नियम बनाए, और खुद के पसंदीदा कर्मचारियों को अवकाश प्रदान किया, जबकि अन्य कर्मचारियों को बिना कारण परेशान किया।
5. वेतन कटौती और अनुशासनहीनता: संविदा कर्मचारियों का समय पर पे-डाटा भेजने में लापरवाही बरती जाती है, जिससे कर्मचारियों की वेतन कटौती की जाती है। इसके अलावा, वेतन संबंधी मुद्दों में भी कर्मचारियों से पैसे की मांग की जाती है।
6. कर्मचारियों के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार: डॉ. कौशिक ने कर्मचारियों के बीच भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया, जिसमें कुछ कर्मचारियों को विशेष लाभ मिले, जबकि अन्य को मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ा।
Mungeli BMO : इन सभी घटनाओं के कारण कर्मचारियों के बीच भारी रोष फैल गया है और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। इसलिए, स्वास्थ्य कर्मचारी संघों ने मांग की है कि डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक को विकासखण्ड मुंगेली के खण्ड चिकित्सा अधिकारी के पद से दो दिन के भीतर हटाया जाए। अगर उनकी पदस्थापना नहीं हटाई जाती, तो समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन बंद कर धरना प्रदर्शन करेंगे। इस पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक की कार्यशैली और उनके द्वारा किए गए उत्पीड़न के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं और उनकी जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।