Merry Christmas : Santa Claus हमेशा लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी में ही क्यों आते हैं नजर, जानें क्या है इसकी वजह
Merry Christmas : Santa Claus हमेशा लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी में ही क्यों आते हैं नजर, जानें क्या है इसकी वजह

नई दिल्ली | Merry Christmas : क्रिसमस का त्योहार आज भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मनाया जा रहा है. इस दौरान सबसे पहली छवि जो हमारे दिमाग में आती है, वह है सांता क्लॉस की. एक खुशमिजाज व्यक्ति, जिनकी हो, हो, हो हंसी दूर से सुनाई देती है. Merry Christmas
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Merry Christmas सांता की छवि इतनी पहचानने योग्य है कि कोई भी उन्हें एक नज़र में पहचान सकता है– सफेद दाढ़ी, गुलाबी गाल, लाल पोशाक, सफेद फर से सजी बेल्ट और चमकते काले जूते. Merry Christmas
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सांता क्लॉस हमेशा लाल और सफेद रंग के कपड़े क्यों पहनते हैं, और कभी अन्य रंगों में क्यों नहीं दिखाई देते? दरअसल, सांता की पोशाक का इतिहास भी उतना ही दिलचस्प है जितना कि उनकी कहानी.
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Merry Christmas कई लोग मानते हैं कि सांता के लाल और सफेद लुक को सबसे ज्यादा पहचान 1931 में मिली, जब कोका-कोला ने इस लुक को अपनाया. कोका-कोला ने अपनी सर्दी की बिक्री बढ़ाने के लिए चित्रकार हेडन सन्डब्लोम को सांता क्लॉस को चित्रित करने के लिए कहा. उन्होंने सांता को एक खुशमिजाज, गोल-मटोल व्यक्ति के रूप में दिखाया, जो लाल रंग की सफेद फर से सजी पोशाक, काली बेल्ट और मजबूत जूते पहने हुए थे.
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लेकिन इतिहासकारों के अनुसार, सांता क्लॉस का असली जन्म तुर्की के मायरा के पास पटारा में हुआ था. संत निकोलस, यानि सांता क्लॉस, के माता-पिता का निधन बचपन में ही हो गया था. वे एक रईस परिवार में जन्मे थे और बचपन में ही पादरी बन गए. वे बहुत दयालु थे और बच्चों के चेहरे पर खुशी लाने के लिए उन्हें उपहार देने का शौक रखते थे.
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Merry Christmas संत निकोलस जीसस क्राइस्ट के प्रति अपनी गहरी आस्था रखते थे और उनकी भक्ति में लीन रहते थे. वे रात के अंधेरे में बच्चों को उपहार देते थे, और जब यह उपहार क्रिसमस या क्रिसमस के एक दिन पहले मिलता था, तो बच्चे और भी ज्यादा खुश होते थे. यही कारण है कि सांता क्लॉस आज भी बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं.
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19वीं शताबदी की कुछ तस्वीरे यह दर्शाती हैं कि सांता की पोशाक हमेशा लाल और सफेद रंग की नहीं होती थी, बल्कि इसमें कई रंगों का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन जब उनके चित्रकार का निधन हुआ, तो उनकी लाल पोशाक की लोकप्रियता और भी बढ़ गई.
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Merry Christmas इससे यह सिद्ध होता है कि सांता के लाल रंग के कपड़े सिर्फ कोका-कोला का प्रभाव नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐतिहासिक परंपरा और संत निकोलस के इतिहास से जुड़ा हुआ है. इसलिए, चाहे सांता का लाल रंग कोका-कोला के विज्ञापनों के कारण हमारे दिमाग में बैठा हो, या उनके ऐतिहासिक पोशाक के कारण, एक बात तो तय है कि लाल रंग ने सांता को एक विशिष्ट पहचान दी है, जो अब छुट्टियों के मौसम का अहम हिस्सा बन चुका है. यही कारण है कि वे हमेशा लाल रंग में ही हमारे बीच नजर आते हैं.