Balaudabajar News: 50 हजार में साैतेली मां ने बेटे का कर दिया सौदा, आगे की सच्चाई जानकर उड़ जाएंगे होश
Balaudabajar News: 50 हजार में साैतेली मां ने बेटे का कर दिया सौदा, आगे की सच्चाई जानकर उड़ जाएंगे होश

Balaudabajar News: बलौदाबाजार। लवन थाना क्षेत्र के ग्राम डोंगरीडीह में 14 वर्षीय बालक की हत्या के मामले का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया है। इस हत्याकांड में बालक की सौतेली मां और चाची मुख्य साजिशकर्ता निकलीं। उन्होंने 50 हजार रुपये का सुपारी देकर बालक की हत्या कराई। पुलिस ने इस मामले में दोनों महिलाओं समेत तीन लोगों और तीन नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
Balaudabajar News: लवन थाना क्षेत्र के ग्राम डोंगरीडीह में महानदी के किनारे एक अप्रैल को 14 वर्षीय बालक का शव बरामद हुआ। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक की गला घोंटकर हत्या की गई थी। थाना लवन पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संदेह के आधार पर गोविंदा कोसले, मोंगरा धृतलहरे, मीना धृतलहरे और तीन अपचारी बालकों को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की साजिश और वारदात को अंजाम देने की पूरी कहानी कबूल की।
Balaudabajar News: पारिवारिक विवाद बना हत्या की वजह
Balaudabajar News: पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि मृतक बालक के पिता की दो पत्नियां मीना धृतलहरे और दुर्गा धृतलहरे हैं। मृतक, दुर्गा धृतलहरे का बेटा था। मीना धृतलहरे (31 वर्ष) को ताने सुनने पड़ते थे कि वह अपने सौतेले बेटे की देखभाल नहीं करती। इसके अलावा, मोंगरा धृतलहरे (25 वर्ष) ग्राम डोंगरीडीह का मृतक के परिवार के साथ अवैध संबंधों को लेकर विवाद चल रहा था, जिससे वह पहले से ही नाराज थी। मोंगरा बालक की सगी चाची है। दोनों महिलाओं ने मिलकर गोविंदा कोसले (27 वर्ष) ग्राम सरखोर से संपर्क कर हत्या की सुपारी दी और वारदात को अंजाम दिलवाया। इसके लिए उन्होंने गोविंद कोसले को मृत बालक का फोटो व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा और कहा कि इसकी हत्या करनी है।
Balaudabajar News: गोविंदा कोसले ने बालक की हत्या करने के लिए तीन नाबालिगों को भी योजना में शामिल किया। योजना अनुसार गोविंदा कोसले और उसके साथी 30 मार्च की रात आठ बजे बालक को घुमाने के बहाने मोटरसाइकिल पर बैठाया और महानदी ले गए। वहां उन्होंने बेल्ट से बालक का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को रेत में दफना दिया और वहां से भाग गए। मामले में पुलिस ने दोनों महिलाओं मोगरा धृतलहरें, मीना धृतलहरें और गोविंदा कोसले और तीनों नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। सभी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।