Inside Information : ज़ुकाम होने पर क्यों चला जाता है मुंह का स्वाद ? यहां मिलेगी सटीक जानकारी…

नई दिल्ली। Inside Information : सर्दी-जुकाम आम तौर पर एक छोटी सी परेशानी से ज़्यादा कुछ नहीं है। ठंड के दिनों में ज़रा भी ठंडा पानी पिने और ज़रा-सी ठंडी हवा लग जाने से जुखाम हो जाता है गले में खिच-खिच होनी शुरू हो जाती है और फिर जुखाम के बाद नाक जाम हो जाता है। और तो और इंसान खुलकर सांस भी नहीं ले पाता ऊपर से मुंह का टेस्ट गायब हो जाता है. सब कुछ बेस्वाद लगता है.
Inside Information : ज़ुकाम में नाक जाम होना समझ में आता है लेकिन मुंह का स्वाद क्यों चला जाता है ? ऐसा क्यों होता है, जबकि हमारी जीभ सर्दी से सीधे प्रभावित नहीं होती ? आइये जानते हैं –
Inside Information : दरअसल 5 इंद्रियों में से ,नाक और जीभ मुख्य रूप से हमारे भोजन के स्वाद को प्रभावित करती हैं। हमारी जीभ पर बहुत सारे छोटे-छोटे उभार होते हैं. इन्हें पैपिले कहा जाता है. हर पैपिले में टेस्ट बड्स होते हैं. अब हर टेस्ट बड में 50 से 100 टेस्ट रिसेप्टर सेल्स होते हैं. इन सेल्स में छोटे-छोटे बाल जैसे स्ट्रक्चर होते हैं. जिन्हें माइक्रोविली कहा जाता है. ये माइक्रोविली खाने-पीने की चीज़ों में मौजूद केमिकल्स के संपर्क में आते हैं. फिर टेस्ट रिसेप्टर सेल्स इन केमिकल्स की जानकारी नर्व्स के ज़रिए दिमाग तक भेजते हैं. हमारा दिमाग इन संकेतों को पहचानकर तय करता है कि खाने का स्वाद कैसा है.
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Inside Information : नाक में घ्राण रिसेप्टर्स होते हैं जिनमें विशेष कोशिकाएं होती हैं जो मस्तिष्क को सूचना प्रेषित करती हैं। जब हम भोजन चबाते हैं, तो रसायन निकलते हैं और ये घ्राण रिसेप्टर्स से होते हुए मस्तिष्क तक जाते हैं। इससे हमें “स्वाद” का अनुभव करने में मदद मिलती है। इसलिए, नाक के साथ मिलकर जीभ हमें भोजन का असली स्वाद महसूस करने में मदद करती है ।जब स्मेल और टेस्ट, यानी स्वाद और सुगंध दोनों मिलते हैं, तभी खाने का असली फ्लेवर पता चलता है.
Inside Information : मगर जब हमें सर्दी होती है तो नाक में मौजूद झिल्ली में सूजन आ जाती है. बलगम भी ज़्यादा पैदा होता है. इससे नाक के रास्ते बंद हो जाते हैं. फिर खाने की स्मेल ऑलफैक्ट्री रिसेप्टर्स तक नहीं पहुंच पाती। जिससे दिमाग को खाने की स्मेल का पता नहीं चल पाता. फिर खाने का स्वाद भी पूरी तरह पता नहीं चलता और हमें खाना बेस्वाद और फीका लगने लगता है.