Gharghoda News: घरघोड़ा बना अवैध वसूली और सेटिंग का अड्डा!, पुलिस के संरक्षण में चल रहा अवैध शराब, जुआ और खुड़खुड़िया का कारोबार
Gharghoda News: घरघोड़ा बना अवैध वसूली और सेटिंग का अड्डा!, पुलिस के संरक्षण में चल रहा अवैध शराब, जुआ और खुड़खुड़िया का कारोबार

Gharghoda News: घरघोड़ा/गौरी शंकर गुप्ता: जिले के घरघोड़ा थाने में इस समय पुलिस विभाग के संरक्षण में अवैध वसूली और सेटिंग का खेल खुलकर चल रहा है। रेत चोरी, अवैध शराब, जुआ और खुड़खुड़िया के कारोबार में प्रोटेक्शन मनी के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि इन गतिविधियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है, और अपराधियों को खुली छूट दी जा रही है, जिससे अवैध धंधे धड़ल्ले से चल रहे हैं। इसके कारण पुलिस की छवि लगातार खराब हो रही है।
Gharghoda News: चोरियों पर नियंत्रण में नाकाम पुलिस
Gharghoda News: क्षेत्र में चोरियों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन पुलिस इन पर कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल रही है। हाल ही में दुकानों में घुसकर चोरी और मोटरसाइकिल चोरी के मामले सामने आए हैं, जिनमें अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। चोरियों की बढ़ती घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में भय का माहौल भी बना हुआ है।
Gharghoda News: स्थानांतरित आरक्षकों की सेटिंग से बढ़ रही अव्यवस्था
Gharghoda News: थाने में कुछ ऐसे आरक्षक भी हैं जिन्हें स्थानांतरित किया गया था, लेकिन सेटिंग के कारण वे थाने में ही बने हुए हैं। उन्हें नए स्थान पर जॉइन करना था, लेकिन इनकी सेटिंग के चलते इन्हें घरघोड़ा थाने में काम करने की अनुमति मिल गई है। ये आरक्षक थाने के कामकाज को अपनी मर्जी से संचालित कर रहे हैं, जिससे अपराधियों को पुलिस का कोई भय नहीं रहा और अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
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Gharghoda News: ‘परित्राणाय साधुनाम’ का उद्देश्य हो रहा विफल:
Gharghoda News: पुलिस विभाग का आदर्श वाक्य ‘परित्राणाय साधुनाम’ (सज्जनों की रक्षा और दुष्टों का विनाश) अब घरघोड़ा थाने के लिए एक मात्र दिखावा बनकर रह गया है। थाना अब अवैध वसूली और सेटिंग का गढ़ बन चुका है, जबकि इसका मुख्य उद्देश्य जनता को सुरक्षा प्रदान करना था। स्थानीय लोग थाने की कार्यशैली में सुधार की सख्त आवश्यकता महसूस कर रहे हैं, ताकि कानून-व्यवस्था की स्थिति और भी बदतर न हो। उच्च अधिकारियों से इस मामले में शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की जा रही है।