ChhattisgarhCrime

gangster aman saw : गैंगस्टर अमन साव की जेल के भीतर से फोटो सोशल मीडिया, डीआईजी जांच के लिए रायपुर केंद्रीय जेल पहुंचे, कुछ संदिग्ध नंबर भी मिले

gangster aman saw : गैंगस्टर अमन साव की जेल के भीतर से फोटो सोशल मीडिया, डीआईजी जांच के लिए रायपुर केंद्रीय जेल पहुंचे, कुछ संदिग्ध नंबर भी मिलेgangster aman saw : गैंगस्टर अमन साव की जेल के भीतर से फोटो सोशल मीडिया, डीआईजी जांच के लिए रायपुर केंद्रीय जेल पहुंचे, कुछ संदिग्ध नंबर भी मिले

gangster aman saw : रायपुर/रांची : झारखंड में मंगलवार की सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर अमन साव की जेल से एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसके बाद डीआईजी एसएस तिग्गा जांच के लिए रायपुर केंद्रीय जेल पहुंचे। उन्होंने उस बैरक का भी दौरा किया, जहां अमन बंद था। खबरें हैं कि अमन जेल में वर्चुअल नंबर (ई-सिम वाले मोबाइल) के जरिए अपने गुर्गों से संपर्क करता था। यह नंबर जेल में बंद महिला बंदी पम्मी की मदद से अमन तक पहुंचा था। कुछ संदिग्ध नंबर भी मिलें हैं।

gangster aman saw : इस बीच, झारखंड पुलिस ने अमन के मारे जाने के बाद एक और केस दर्ज किया है। यह केस पलामू के चैनपुर थाने में एटीएस के इंस्पेक्टर पीके सिंह के बयान पर दर्ज हुआ। एफआईआर में कहा गया है कि अमन पुलिस की गाड़ी में पुलिसकर्मियों के साथ बैठा हुआ था, जब अपराधियों ने उस पर हमला किया। हमले के दौरान अमन ने पुलिस की इंसास राइफल छीन ली और भागने की कोशिश की। पुलिस ने उसे रोकने के लिए 38 राउंड फायरिंग की, जिसमें अमन गंभीर रूप से घायल हो गया और मारा गया। एफआईआर में अमन और अज्ञात के खिलाफ 21 धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस का दावा है कि अमन को पहले चेतावनी दी गई थी, लेकिन वह नहीं रुका। इस घटना में हवलदार राकेश कुमार भी घायल हुए, जिन्हें दाहिने जांघ में गोली लगी।

gangster aman saw : पुलिस का दावा है कि इस घटना में अमन के गुर्गे भी घायल हुए, जो घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। अमन के शव से कुछ दूरी पर दो बम और कई गोलियों के खोखे मिले। पुलिस का मानना है कि अमन के 6-7 गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला किया था।

gangster aman saw : वहीं, अमन के वकील अमित बनर्जी ने कहा कि उन्हें पहले से ही शक था कि अमन का एनकाउंटर किया जाएगा। इस वजह से उन्होंने कोर्ट से शिफ्टिंग के समय की वीडियोग्राफी की मांग की थी। कोर्ट ने झारखंड पुलिस से पूछा था कि अमन को ट्रेन से क्यों नहीं ले जाया गया, जिस पर पुलिस ने सुरक्षा को लेकर गोलमोल जवाब दिया। वकील का कहना है कि उनके पास सबूत हैं कि एनकाउंटर प्री-प्लान था, और अमन के परिवार के सदस्य यदि चाहेंगे तो वे सीबीआई जांच की मांग कर सकते हैं।

 

READ MORE: IND Masters vs AUS Masters : आज रायपुर में दिखेगा क्रिकेट का रोमांच, सेमीफइनल में इंडिया और ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के बीच होगी भिड़ंत, जानिए कैसे ख़रीदे टिकट…

 

 

Mahendra Sahu

Hello friends, my name is Mahendra Sahu and I live in Chhattisgarh. I started blogging in 2013. I am very fond of writing or telling someone about media and news. Now with the help of viralchhattisgarh.com, I am ready to tell you every information related to news. Thank you

Related Articles

Back to top button