
नई दिल्ली | Fraud Apps : आज के स्मार्टफोन युग में लगभग हर काम ऐप्स के जरिए संभव हो गया है, जिससे जीवन आसान हुआ है। लेकिन इसके साथ कई साइबर खतरे भी जुड़े हैं। फर्जी एंड्रॉइड ऐप्स असली प्लेटफॉर्म की नकल कर यूजर्स को धोखा देते हैं और उनकी संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं। Fraud Apps
कैसे पहचानें फर्जी ऐप्स?
फर्जी ऐप्स आमतौर पर यह तरीके अपनाते हैं-
- असली ऐप्स की नकल – ये ऐप्स ऑफिशियल लोगो और ब्रांडिंग की नकल कर यूजर्स को भ्रमित करते हैं।
- लुभावने ऑफर – इनाम जीतने, क्रेडिट कार्ड मिलने या रिवार्ड पॉइंट रिडेम्पशन जैसे ऑफर देते हैं।
- संवेदनशील जानकारी की मांग – ये ऐप्स पैन नंबर, आधार, बैंक डिटेल्स जैसी निजी जानकारी मांगते हैं।
- अनावश्यक अनुमतियां – यह एसएमएस, कॉल लॉग, कॉन्टैक्ट्स, लोकेशन, कैमरा और माइक्रोफोन की एक्सेस मांगते हैं।
- फोन सेटिंग्स में बदलाव – डिफ़ॉल्ट एसएमएस ऐप बदलकर ओटीपी इंटरसेप्ट करते हैं और कॉल फ़ॉरवर्डिंग सेटिंग्स में बदलाव कर सकते हैं। Fraud Apps
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कैसे सुरक्षित रहें?
- केवल आधिकारिक स्रोतों से ऐप डाउनलोड करें – Google Play Store या आधिकारिक वेबसाइट से ही ऐप इंस्टॉल करें।
- अनावश्यक अनुमतियां न दें – केवल वही परमिशन दें, जो ऐप के कामकाज के लिए जरूरी हों।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन करें – बैंकिंग और अन्य महत्वपूर्ण ऐप्स के लिए यह सुरक्षा बढ़ाता है।
- फोन और ऐप्स को अपडेट रखें – अपडेट्स से सुरक्षा खामियों को दूर किया जाता है।
- बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स पर नजर रखें – संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
फर्जी ऐप्स से बचाव के लिए सतर्क रहें और साइबर सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि आपका डेटा और वित्तीय जानकारी सुरक्षित रहे। Fraud Apps
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