CGMSC NEWS : CGMSC छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन ने नियम विरुद्ध टेंडर पास करके ठेकेदार को किया माला माल!, CGMSC के AC अखिलेश तिवारी फस्ट टेंडर को सेकंड बता रहे हैं, मामला नए जिला मोहला – मानपुर-अंबागढ़ चौकी का…
CGMSC NEWS : CGMSC छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन ने नियम विरुद्ध टेंडर पास करके ठेकेदार को किया माला माल!, CGMSC के AC अखिलेश तिवारी फस्ट टेंडर को सेकंड बता रहे हैं, मामला नए जिला मोहला - मानपुर-अंबागढ़ चौकी का...

CGMSC NEWS : जितेंद्र जैन जीतू/ मोहला मानपुर अंबागढ़ : जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के लिए मोहला में प्रस्तावित 200 बेड वाले जिला अस्पताल का निर्माण शुरु होने के पहले ही विवादों में आ गया है। पहले तो ठेकेदार को बिना माल गिराए ही करोड़ों रूपये का भुगतान सी जी एम एस दुर्ग संभाग द्वारा कर दिया गया। जिसकी खबर पूर्व में हमारे द्वारा प्रकाशित की गई थी। अब इस मामले में टेंडर प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। जब इस संवाददाता ने इस मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला तो इसमें टेंडर प्रक्रिया में ही बहुत गंभीर खामियां दिखलाई दी।
CGMSC NEWS : विभाग टेंडर की जिस प्रक्रिया को सेकंड काल बता रहा है वो वास्तव में नियमानुसार फस्ट टेंडर माना जायेगा, और जो दस्ता वेज हमारे पास हैं उसमें भी इसे फस्ट टेंडर बताया गया है। लेकिन बावजूद उसके CGMSC के AC अखिलेश तिवारी इसे सेकंड टेंडर बता रहे है। इस मामले में हमारे पास जो दस्तावेज हैं उसके मुताबिक जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़ छुई खदान जिले के लिये CGMSC ने 200बेड के जिला अस्पताल की बिल्डिंग निर्माण के लिये ऑनलाइन टेंडर 22/8/24 को जारी किया था। टेंडर सम्मिट करने की तारीख 12/9/24 थी और टेंडर खोलने की तारीख 13/9/24 लिखा गया था। इसमें जिला मोहला मानपुर, अंबागढ़ चौकी के लिये मात्र तीन फर्मों ने क्रमशः रामराजा मिनरल्स एंड कंट्रकसन प्रा. लिमिटेड रायपुर (2) वीर प्रोजेक्ट और तीसरी फर्म नाकोड़ा कंट्रकसन दली राजहरा ने टेंडर भरा था।
CGMSC NEWS : इस मामले टेंडर खोलने की तारीख 13/9/24 को ऑनलाइन टेंडर में दर्शाई गई थी लेकिन विभाग ने इन टेंडरों को 13/9/24 को खोलने की बजाय 5/12/24 को टेंडर खोलने की प्रक्रिया की इस दौरान मोहला मानपुर चौकी जिले के टेंडर में रामराजा मिनरल्स एव वीर प्रोजेक्ट कंपनी का टेंडर टेक्निकल त्रुटि के चलते निरस्त कर दिया गया और तीसरी बची एकल फर्म नाकोड़ा कंट्रकसन को मोहला,मानपुर चौकी जिले में बिल्डिंग निर्माण का ठेका राशि 35करोड़ 65लाख रूपये में दे दिया गया जो कि नियमतह गलत हैं।
CGMSC NEWS : जबकि नियम के मुताबिक किसी भी टेंडर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में एक को छोड़ कर बाकी सभी प्रतिभागियों का टेंडर यदि टेक्निकल त्रुटि के चलते निरस्त कर दिया जाता हैं तो ऐसी स्थिति में बची हुई मात्र एक फर्म के टेंडर को संबंधित विभाग उसके पक्ष में पास नहीं कर सकता है। जानकारों का कहना है की ऐसी परिस्थिति में पहले निकाले गये टेंडर को निरस्त कर नियमानुसार विभाग को उसी कार्य हेतु रिकॉल टेंडर करना पड़ता हैं। लेकिन जिला मोहला मानपुर चौकी के लिये निकाले गये टेंडर को निरस्त कर रिकॉल टेंडर करने की बजाय छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉरपोरेशन ने दल्ली राजहरा की फर्म नाकोड़ा कंट्रकसन का एक तरफा टेंडर पास कर दिया गया।
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CGMSC NEWS : इस मामले में जब छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन के AC अखिलेश तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मोहला मानपुर और खैरागढ़ जिले के लिए पूर्व में 28/8/2023 को टेंडर निका ला गया था और दोनों जगह का काम सुपेला भिलाई के अमित जैन को मिला था। लेकिन किसी कारण वश उसे निरस्त करना पड़ा। उसके बाद विभाग ने इसी काम के लिये 22/8/24 को दोबारा टेंडर निकाला है।लेकिन 22/8/24 को जो टेंडर निकाला गया है उसमें और पहले वाले टेंडर 28/8/23 मे काफी भिन्नता है। नियम कहता है कि विभाग ने यदि किसी कार्य के लिये पहला टेंडर जारी किया और वो किसी कारण के चलते निरस्त कर दिया गया तो दुबारा उसी कार्य के लिये निकाले गए टेंडर में सभी कुछ ( नियम, शर्ते,जगह, राशि आदि ) पहले की तरह होना चाहिए। इस मामले में CGMSC की एम डी पदमिनी भोई एवं विभागीय सचिव अमित कटारिया के मोबाईल नंबर पर इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया जानने कई बार काल किया गया लेकिन दोनों अधिकारियों ने काल रिसीव नहीं किया।
CGMSC NEWS : छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन अपनी कार्यशैली के चलते आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। पूर्व में भी यहां कई बड़े घोटाले हो चुके है जिसकी जांच केंद्रीय स्तर और राज्य स्तर पर चल रही हैं। अब ये नया मामला सामने आया है जिसमें नियम कानून कायदे को दर किनार करते हुवे यहां पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। सरकार इस विभाग में कांग्रेस के समय हुवे फर्जीवाड़े की जांच तो कर रही हैं और करवा रही हैं। लेकिन वर्तमान में CGMSC में जो नियम विरुद्ध कार्य हो रहे हैं उस पर विष्णुदेव साय की सरकार कार्यवाही कब करेगी…?