
Bengal Violence : नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और 24 परगना जिलों में वक्फ कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। इस मुद्दे पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
Bengal Violence : सीएम योगी ने कहा कि मुर्शिदाबाद में बीते कुछ दिनों से लगातार हिंसा हो रही है, लेकिन बंगाल सरकार इसे रोकने में नाकाम रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दंगाइयों को “शांतिदूत” कहकर बचाया जा रहा है और राज्य सरकार की चुप्पी दुर्भाग्यपूर्ण है।
Bengal Violence : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में कहा, लातों के भूत बातों से नहीं मानते। दंगाई केवल डंडे की भाषा समझते हैं। जो लोग बांग्लादेश को पसंद करते हैं, वे वहीं चले जाएं। भारत की धरती पर बोझ क्यों बनें?उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर दंगाइयों को खुली छूट दी जा रही है और यह राष्ट्र की अखंडता के लिए खतरनाक संकेत है।
Bengal Violence : सीएम योगी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि *”जब बंगाल जल रहा है, तो राज्य की मुख्यमंत्री चुप्पी साधे बैठी हैं।”* उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार की निष्क्रियता की वजह से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है।
Bengal Violence : योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल के न्यायालय का आभार जताते हुए कहा कि कोर्ट के निर्देश पर ही वहां केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है, जिससे हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कुछ राहत मिल सकी है। उन्होंने अंत में कहा कि लोगों की पीड़ा पर सभी राजनीतिक दल चुप हैं। यह चुप्पी दर्शाती है कि उन्हें जनता की सुरक्षा से ज्यादा वोट बैंक की चिंता है।