CG BREAKING : सुरक्षा बलों को मिली एक और बड़ी सफलता, मुठभेड़ में 45 लाख की इनामी महिला नक्सली को किया ढेर…भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद
CG BREAKING : Security forces got another big success, a female Naxalite with a bounty of 45 lakhs killed in an encounter...huge amount of Naxalite material recovered

दंतेवाड़ा | CG BREAKING : सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। दंतेवाड़ा में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स ने 45 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयंती को मुठभेड़ में मार गिराया। रेणुका पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 लाख रुपये और तेलंगाना सरकार ने 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। वह प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम की इंचार्ज और प्रभात पत्रिका की संपादक थी।
CG BREAKING यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा से लगे नेलगोड़ा, इकेली और बेलनार गांवों के जंगलों में हुई। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने घटना स्थल से एक इंसास रायफल, मैगजीन, गोला-बारूद, लैपटॉप, नक्सली साहित्य, विस्फोटक सामग्री और अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए।
READ MORE : AUS vs IND ODI T20 Series : टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे का पूरा शेड्यूल जारी, इनको मिल सकती है कप्तानी… देखें कब-कब खेले जाएंगे मैच
गुम्माडिवेली रेणुका कौन थी?
– 1996 में नक्सली संगठन में भर्ती हुई थी।
– 2003 में डीवीसीएम, 2006 में सीसीएम दुला दादा के साथ काम किया।
– 2020 में डीकेएसजेडसीएम बनकर सीआरबी प्रेस टीम इंचार्ज बनी।
– उसका भाई जीवीके प्रसाद उर्फ सुखदेव 2014 में आत्मसमर्पण कर चुका था।
– 2005 में उसकी शादी सीसीएम शंकामुरी अप्पाराव उर्फ रवि से हुई, जो 2010 में आंध्रप्रदेश के नलमल्ला मुठभेड़ में मारा गया।
– रेणुका नक्सली पत्रिकाओं जैसे प्रभात, महिला मार्गम, आवामी जंग, पीपुल्स मार्च आदि के प्रकाशन से जुड़ी थी। CG BREAKING
2025 में 100 से ज्यादा हार्डकोर नक्सली ढेर
CG BREAKING पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज के अनुसार, बस्तर रेंज में तैनात सुरक्षा बलों जैसे DRG, STF, Bastar Fighters, CoBRA, CRPF, BSF, ITBP, CAF और अन्य सभी ने बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए समर्पण से काम किया है। 2025 में सुरक्षा बलों ने प्रभावी रूप से प्रतिबंधित और गैर-कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के खिलाफ माओवादी विरोधी अभियान चलाए, जिसके परिणामस्वरूप इस साल के पहले तीन महीनों में 100 से ज्यादा हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं।