CG BREAKING : माओवादी संगठन में 130 नए भर्ती! नक्सलियों ने बच्चों और युवाओं को हथियार चलाने की दी ट्रेनिंग, मारे गए नक्सली लीडर के पत्र से हुआ खुलासा
CG BREAKING : 130 new recruits in Maoist organization! Naxalites trained children and youth to use weapons, revealed by the letter of the slain Naxal leader

जगदलपुर | CG BREAKING : बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। हाल के दिनों में जानकारी सामने आई है कि बस्तर में अब सिर्फ 400 नक्सली कैडर ही बच गए हैं। नक्सलियों का ‘टीसीओसी माह’ चल रहा है, जिसमें वे अपने लाल लड़कों को विस्तार देने और उन्हें बेहतर प्रशिक्षण देने की कोशिश करते हैं, ताकि जवानों को नुकसान पहुँचाया जा सके। हालांकि, अब बस्तर में नक्सलियों ने भर्ती के लिए एक नई रणनीति अपनाई है, जिसमें वे बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं।
CG BREAKING नक्सली अब 9 साल के बच्चों को हथियार थमाकर उन्हें बम बनाने की तकनीक सिखा रहे हैं। इसके साथ ही, वे उन्हें गुरिल्ला युद्ध की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं, ताकि वे जंगलों में लड़ाई करने में सक्षम हो सकें। यह जानकारी मंगलवार को दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान मारे गए नक्सली लीडर सुधाकर के पत्र से मिली।
मंगलवार को हुई मुठभेड़ में 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली सुधाकर सहित तीन नक्सली मारे गए। सुधाकर के पत्र से यह खुलासा हुआ कि 130 नए सदस्य नक्सल संगठन में भर्ती किए गए हैं, जिनमें 9 से 11 साल के 40 बच्चे, 14 से 17 साल के 40 किशोर, और 18 से 22 साल के 50 युवक-युवतियां शामिल हैं। CG BREAKING
READ MORE : CG BREAKING : घाट में बिजली खंभे से टकराकर पलटा डीजल टैंकर, बाल्टियां लेकर पहुंचे लोग… देखें Video
इन नए भर्ती किए गए सदस्यों को नक्सलियों ने हथियार चलाने की तकनीक सिखाई है और उन्हें संगठन के उद्देश्यों और नीतियों से अवगत कराया है। हालांकि, नक्सली लीडर का मानना है कि ये नए सदस्य अभी पूरी तरह से लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, और उन्हें और प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
CG BREAKING इस साल अब तक बस्तर में 100 से अधिक नक्सली मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं, जिनमें नक्सलियों के शीर्ष नेता भी शामिल रहे हैं। सरकार ने 31 मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य रखा है, और बस्तर में प्रभावी कार्रवाई भी की जा रही है। जहां एक ओर नक्सलवाद सिमटता हुआ दिख रहा है, वहीं दूसरी ओर नक्सलियों ने बच्चों और युवाओं को संगठन में शामिल कर अपने नेटवर्क को मजबूत करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। यह सब सुधाकर के पत्र से स्पष्ट हुआ है।