
नई दिल्ली | BREAKING NEWS : गाजियाबाद के थाना मसूरी पुलिस ने ईस्टर्न पेरीफेरल वे से 30 लाख रुपए मूल्य की प्रतिबंधित लकड़ी बरामद की है। यह लकड़ी मध्य प्रदेश से हिमाचल प्रदेश ले जाई जा रही थी। प्रतिबंध के बावजूद फर्जी दस्तावेजों के जरिए इसकी तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह का मास्टरमाइंड अभी फरार है। BREAKING NEWS
पुलिस के अनुसार, यह खैर प्रजाति की लकड़ी है, जिसका काटना और बेचना अवैध है। बरामद लकड़ी 20 टन वजनी है और इसका उपयोग हिमाचल प्रदेश में कत्था बनाने के लिए किया जा रहा था। तस्करी में एक ट्रक का इस्तेमाल किया गया था, जिसे भी जब्त कर लिया गया है। हालांकि, इस गिरोह का सरगना देवेंद्र सिंह सोलंकी फरार है, जो पहले भी इसी अपराध में जेल जा चुका है।
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गाजियाबाद डीसीपी रूरल सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि पुलिस ने प्रतिबंधित खैर लकड़ी की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान दीपक तिवारी और हरी सिंह परिहार के रूप में हुई है, जो मध्य प्रदेश के दतिया जिले के रहने वाले हैं। BREAKING NEWS
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि गिरोह का मास्टरमाइंड देवेंद्र सिंह सोलंकी, ओरछा (मध्य प्रदेश) का निवासी है और वही इस तस्करी को अंजाम देता है। देवेंद्र पर पहले से लकड़ी तस्करी के कई मुकदमे दर्ज हैं और वह पहले भी जेल जा चुका है।
कैसे होती थी तस्करी?
गिरोह के सदस्य चोरी-छिपे मध्य प्रदेश से प्रतिबंधित लकड़ी काटकर, फर्जी दस्तावेजों के जरिए हिमाचल प्रदेश की कत्था फैक्टरी तक पहुंचाते थे। ट्रक भी गिरोह के सरगना देवेंद्र सोलंकी के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह पिछले दो साल से इसी काम में लिप्त है। BREAKING NEWS
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जांच जारी, जल्द होगी मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह से और कौन-कौन जुड़े हो सकते हैं। मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है और जल्द ही इस नेटवर्क का पूरा भंडाफोड़ किया जाएगा। BREAKING NEWS