
भोपाल | BREAKING NEWS : मध्यप्रदेश के अशोकनगर में एक प्राइवेट बैंक के बंद होने से हजारों ग्राहकों की मेहनत की कमाई फंस गई। कुछ दिन पहले इस बैंक के दफ्तर पर ताला लगने की खबर आई थी, जिसके बाद कई दुकानदार और उपभोक्ता पुलिस के पास पहुंचे। उनका आरोप है कि बैंक ने अच्छे ब्याज का लालच देकर उनसे पैसे जमा कराए और अब न तो बैंक खुल रहा है और न ही उसके कर्मचारी नजर आ रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने बैंक के सीईओ और दो डायरेक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। BREAKING NEWS
कैसे हुआ घोटाला?
अशोकनगर में लस्टीनेस जनहित क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (एलजेसीसी बैंक) के नाम से चल रहे इस बैंक ने लोगों को आकर्षक ब्याज दरों का लालच देकर बड़ी संख्या में ग्राहकों को जोड़ा। ग्राहकों से उनकी मेहनत की कमाई जमा करवाई गई, लेकिन जब उन्हें उनकी मूल राशि भी वापस नहीं मिली, तो ठगी का खुलासा हुआ। अब स्थिति यह है कि लोग अपनी ही रकम के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
अथाईखेड़ा में 30 लोगों से 17.38 लाख की ठगी
बैंक के बंद होने की खबर मिलते ही अथाईखेड़ा के 30 दुकानदार बहादुरपुर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि बैंक के कलेक्शन एजेंटों गोलू करेले और अंकित लोधी ने उनसे प्रतिदिन पैसे जमा कराए थे। समय अवधि पूरी होने के छह महीने बाद भी उन्हें ब्याज तो दूर, उनकी मूल राशि तक नहीं लौटाई गई। अब दोनों एजेंटों ने अथाईखेड़ा आना ही बंद कर दिया है। BREAKING NEWS
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600 से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी!
अशोकनगर कोतवाली में भी अब तक 15 लोग अपनी 24 से 25 लाख रुपये फंसे होने की शिकायत दर्ज करा चुके हैं। पुलिस का अनुमान है कि बैंक ने 600 से अधिक लोगों से 20 से 25 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
कैसे काम करता था बैंक?
- ग्राहकों को एक निश्चित राशि फिक्स कराकर रोजाना जमा करवाने का सिस्टम बनाया गया।
- स्कीम पूरी होने पर ब्याज सहित रकम लौटाने का वादा किया गया।
- लगभग 20 कलेक्शन एजेंटों के जरिए लोगों से प्रतिदिन पैसे जमा कराए जाते थे।
- छोटे दुकानदारों और मेहनतकश लोगों को भरोसे में लेकर लंबी अवधि तक जमा कराने के लिए प्रेरित किया गया।
- बैंक के अशोकनगर शाखा प्रभारी महेंद्रसिंह चौहान और एकाउंटेंट पवन नामदेव ने भी अपनी रकम फंसे होने की शिकायत दर्ज कराई है। BREAKING NEWS
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पीड़ितों की हालत दयनीय
इस घोटाले का शिकार कृष्णपाल यादव, जो चाय बेचकर रोजाना 900 रुपये बचाते थे, ने अपने दोनों खातों में अब तक ₹4.88 लाख जमा कर दिए थे। अब वह अपनी ही मेहनत की कमाई वापस पाने के लिए भटकने को मजबूर हैं।
पुलिस क्या कर रही है?
बहादुरपुर थाना प्रभारी अरविंद सिंह के मुताबिक, 30 दुकानदारों ने बैंक में अपनी 17.38 लाख रुपये की ठगी की शिकायत की है। दस्तावेज इकट्ठे किए जा रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। वहीं, अशोकनगर कोतवाली प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि बैंक के सीईओ अनुराग बंसल और दो डायरेक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। BREAKING NEWS
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अब आगे क्या?
यह मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है, और पुलिस बैंक के सीईओ और डायरेक्टर्स की तलाश कर रही है। जिन लोगों की रकम फंसी है, वे न्याय और अपनी गाढ़ी कमाई वापस पाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। BREAKING NEWS