BIG NEWS : तालाब के पास दो पैंथर शावकों की वर्चस्व की लड़ाई में मौत, वन विभाग में हड़कंप
BIG NEWS : Two panther cubs die in a fight for supremacy near a pond, panic in the forest department

राजसमंद। BIG NEWS : जिले के सरदारगढ़ क्षेत्र में स्थित तालाब पेटे की जमीन पर दो पैंथर शावकों की मृत अवस्था में मिलने से सनसनी फैल गई। वन विभाग की प्रारंभिक जांच के अनुसार, दोनों की मौत क्षेत्रीय वर्चस्व को लेकर हुई भीषण संघर्ष में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद विभागीय टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
READ MORE : CG NEWS : झीरम घाटी में भी नाम पूछ कर लोगों को मारा गया था, पहलगाम हमले मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान
टेरिटोरियल फाइट बना दो शावकों की मौत का कारण
वन विभाग ने बताया कि घटनास्थल पर मिले संघर्ष के स्पष्ट निशानों से यह संकेत मिलते हैं कि दोनों पैंथर शावक आपस में क्षेत्रीय वर्चस्व को लेकर भिड़े थे। झगड़ा इतना भीषण था कि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और देर रात उनकी मौत हो गई। शवों की जांच में नाखून, दांत और खाल पूरी तरह सुरक्षित मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मामला शिकार या शिकारियों से नहीं बल्कि प्राकृतिक संघर्ष का है।
पोस्टमार्टम के लिए गठित हुआ मेडिकल बोर्ड
वन विभाग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया है। यह बोर्ड शव परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय करेगा। शवों को स्थानीय वन कार्यालय लाया गया है, जहां विस्तृत जांच प्रक्रिया जारी है।
READ MORE : CG NEWS : झीरम घाटी में भी नाम पूछ कर लोगों को मारा गया था, पहलगाम हमले मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान
बढ़ती संख्या, घटती सीमाएं – मेवाड़ में बढ़ रही हैं पैंथरों की आपसी झड़पें
वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, मेवाड़ अंचल में पिछले कुछ वर्षों में पैंथरों की आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। नए शावक अपने क्षेत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं, जिससे क्षेत्रीय संघर्ष की घटनाएं आम हो गई हैं। सरदारगढ़ की यह घटना भी उसी क्रम का दुखद परिणाम है, जहां सीमित संसाधनों और बढ़ते मूवमेंट के कारण पैंथर आपस में भिड़ने लगे हैं।
ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग सतर्क
घटना के बाद आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने और संभावित मानव-पैंथर संघर्ष की रोकथाम के लिए कदम उठाने की मांग की है। विभाग ने क्षेत्र में कैमरा ट्रैपिंग और गश्त बढ़ाने की बात कही है। सरदारगढ़ की यह घटना न सिर्फ वन्यजीवों के व्यवहार का आईना है, बल्कि इस बात की चेतावनी भी कि जैव विविधता को बनाए रखने के लिए संरक्षण और व्यवस्थापन के प्रयासों को और मजबूत करने की जरूरत है।