BIG NEWS : एंबुलेंस के इंतजार में टूटी सांसें: पंडो जनजाति के नवजात की मौत, स्वास्थ्य सिस्टम पर सवाल
BIG NEWS: Died while waiting for ambulance: Newborn of Pando tribe died, questions on health system

सरगुजा। BIG NEWS : प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। सरगुजा जिले के ग्राम मिग्राडांड में विशेष संरक्षित पंडो जनजाति की एक महिला ने घर पर स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन समय पर एंबुलेंस न मिलने के कारण नवजात की मौत हो गई। यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की लापरवाही को भी उजागर करती है।
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BIG NEWS घटना के अनुसार, मिग्राडांड गांव की गर्भवती महिला ने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया था। परिजनों ने तत्काल 102 एंबुलेंस को बुलाया, जिसके जरिए महिला और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) उदयपुर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद परिजनों ने 108 एंबुलेंस के लिए संपर्क किया, लेकिन मदद आने में करीब 4 घंटे की देरी हो गई।
BIG NEWS इसी दौरान नवजात की तबीयत बिगड़ती चली गई और अंततः उसने दम तोड़ दिया। समय पर इलाज न मिलने की वजह से एक मासूम की जिंदगी खत्म हो गई, और परिवार की खुशी मातम में बदल गई।
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BIG NEWS परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, और गांव में शोक का माहौल बना हुआ है। इस घटना ने आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति की पोल खोल दी है। जहां एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के दावे कर रही है, वहीं ज़मीनी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है।
BIG NEWS बीएमओ डॉ. योगेंद्र पैकरा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “परिजनों के अनुसार नवजात जन्म के बाद ठीक था, लेकिन अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। समय पर एंबुलेंस न मिलने की बात सामने आई है। अब यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि कहां चूक हुई।”
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BIG NEWS स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हालांकि, सवाल ये है कि क्या जांच से उस मासूम की जान वापस आ पाएगी? और क्या अब भी आदिवासी इलाकों में रह रहे लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इसी तरह जूझना पड़ेगा?