Kondagaon News : स्वंयम्भू शिवलिंग के दर्शन के लिए लगी श्रद्धालुओं की लंबी कतार
Kondagaon News : स्वंयम्भू शिवलिंग के दर्शन के लिए लगी श्रद्धालुओं की लंबी कतार

Kondagaon News : रामकुमार भारद्वाज/कोण्डागांव :– जिले के फरसगांव ब्लॉक के अंतर्गत बड़ेडोंगर से अंदरूनी क्षेत्र ग्राम पंचायत पावड़ा के शिव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भक्तों का भारी भीड़ उमड़ पड़ा। दूर दराज से आए भक्त भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर जलाभिषेक करने पहुंचे। इस दौरान मेले का भी आयोजन हुआ जिसमें श्रद्धालु पूजा अर्चना पश्चात मेला का आनंद लिया।
Kondagaon News : उल्लेखनीय है कि कोण्डागांव जिला अंतर्गत विकास खंड फरसगांव के ग्राम बड़े ड़ोंगर से महज़ 12 किलोमीटर दूर ग्राम पावड़ा स्थित है। ग्राम पावड़ा से होकर बहने वाली बारदा नदी के बीच टापू पर स्वंयम्भू शिवलिंग स्थित है। प्रतिदिन पूजा अर्चना के साथ प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर विशाल मेला लगता है।
Kondagaon News : पुरातत्वविदों के मुताबिक ग्राम पावड़ा में स्थित शिव मंदिर का रामायण काल से उल्लेख मिलता है। नदी के बीच एक टापू पर भगवान भोलेनाथ का शीला सदियों से स्थित है, मंदिर को लेकर किदवंती है कि रामायण काल में खर-दूषण नामक राक्षस इस क्षेत्र में राज्य करता था। जो शिव मंदिर में भगवान शंकर की आराधना कर शिवलिंग में शराब अर्पित करता था।
Kondagaon News : मंदिर परिसर में गौमुख कुंड सहित पांच अलग-अलग कुंड स्थित है, जहां से जल लेकर श्रद्धालु शिवलिंग पर चढ़ाते हैं, सच्चे मन से आराधना करने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी होती है। नदी की सात धाराओं के मध्य टापू पर स्थित होने के कारण सातधार के नाम से भी जानते हैं, मंदिर का हलबा समाज के बलदेव प्रधान ने वर्ष 1981-82 में निर्माण कराया।
Kondagaon News : –पुजारी तुलाराम दुबे–
Kondagaon News : मनोकामना लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की भगवान भोलेनाथ इच्छाएं पूरी करते हैं। मंदिर में निःसंतान दंपत्ति भी मन्नत मांगने आते हैं जो कुंड से पानी लाकर भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, जल, शहद, दूध अर्पित करते हैं।
Kondagaon News : –श्रद्धालु बिसरू राम-
Kondagaon News : सावन महिने के साथ-साथ महा शिवरात्रि के अवसर पर भी आस पास व दूरदराज से भक्तजन मंदिर दर्शन को आते है, मंदिर में आने से मनोकामना पूरी होने के साथ ही नदी के बीच में होने से मन को अलग ही सुकून मिलता है, ईस शिव मंदिर के साथ आसपास के पूरे ग्रामीणो की आस्था जुड़ी है।