Bharatpur News : शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बहरासी में गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया वन्देमातरम दिवस
Bharatpur News : शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बहरासी में गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया वन्देमातरम दिवस

Bharatpur News : भरतपुर: शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बहरासी में गरिमा पूर्ण ढंग से वंदे मातरम दिवस मनाया गया। संस्था के प्राचार्य श्री सच्चिदानंद साहू जी के द्वारा राष्ट्र ऋषि बंकिम चंद्र चटर्जी जी के विराट व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए वंदे मातरम का शाब्दिक अर्थ मैं तेरी स्तुति करता हूं मां बतलाया गया।आगे उन्होंने बतलाया कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वंदे मातरम के जयघोष ने क्रांति का सूत्रपात किया। राष्ट्रभक्ति एवं राष्ट्रीय चेतना जागृत करने में वंदे मातरम् गीत की बहुत बड़ी भूमिका रही। वंदे मातरम एक शब्द न होकर अत्यंत भावपूर्ण विषय है। यह सूत्र वाक्य है, वंदेमातरम राष्ट्रीय चेतना का महामंत्र है इसकी निनादित स्वर लहरिया हृदय में रोमांच और उद्गार पैदा कर देती हैं।
Bharatpur News : राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम मातृभूमि की महिमा का यशस्वी गान है जो श्रद्धा भक्ति शक्ति और समर्पण का संगम है। इसके इतिहास पर प्रकाश डालते हुए आगे उन्होंने कहा कि इस गीत की रचना 1972 से 1975 के बीच हुई। 1896 में पहली बार गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बंगाल अधिवेशन में मंगलाचरण के रूप में इस पावन पुनीत गीत को स्वर दिया। आगे चलकर वंदेमातरम गीत ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ राष्ट्रीय आंदोलन का प्रतीक बना। रक्त रंजित बेड़ियों में जकड़े हुए भारतीय चेतना को जागृत करने में और विदेशी आततायी शक्तियों को पराभूत करने में इस गीत ने प्रेरणा स्रोत का कार्य किया। राष्ट्र गीत की पंक्तियों में अंतर निहित भाव यही है सारे देवताओं का स्वरूप भारत मां में देखना।
Bharatpur News : कालांतर में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात इस महामंत्र को 24 जनवरी 1950 राष्ट्र गीत का दर्जा दिया गया। आने वाली पीढियां को इस गीत के मूल भाव से परिचित कराना और और उन्हें आत्मसात करने हेतु प्रेरित करना हम सब का सामूहिक कर्तव्य है। इस कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के वरिष्ठ व्याख्याता श्री आनंद टोप्पो जी, श्री वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, श्री भवानी सिंह कंवर, श्री राजेश तिवारी, श्री जेवियर किस्पोटटा, पीटीआई श्री महेश साहू, श्रीमति क्षिप्रा तिवारी श्रीमती सिद्धि साहू,श्रीमति किरण सिंह, श्री कृष्ण कुमार राजवाडे,श्री राजकुमार सिंह का विशेष सहयोग रहा।