
Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: राजस्थान: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में एक बड़ा फैसला लिया है। बैठक में गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए 9 जिलों को खत्म करने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले के बाद राजस्थान में अब कुल जिलों की संख्या 41 हो गई है। हालांकि, गहलोत सरकार में बनाए गए 17 जिलों में से 8 जिले यथावत रहेंगे। इसके अलावा, सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि राजस्थान 1956 में राज्य बना था और तब से यहां 26 जिले थे। इसके बाद 7 नए जिले जोड़े गए। लेकिन, पूर्ववर्ती सरकार ने अपने अंतिम कार्यकाल में 17 नए जिलों और 3 संभागों का गठन किया। आचार संहिता की घोषणा से ठीक पहले ये जिले बनाए गए, जो व्यवहारिक नहीं थे और न ही इन जिलों की जनसंख्या आधार सही था।
Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: मंत्री पटेल ने कहा कि मंत्रिमंडल कमेटी ने यह पाया कि ये जिले व्यवहारिक नहीं हैं, इसलिए उन्हें खत्म किया जा रहा है। अब राजस्थान में कुल 7 संभाग और 41 जिले होंगे। इस तरह, गहलोत सरकार के समय में बने 9 नए जिले और तीन नए संभाग- बांसवाड़ा, सीकर और पाली संभाग को समाप्त कर दिया गया है।
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Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: गहलोत सरकार के समय बने यह जिले यथावत रहेंगे-
बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना- कुचामन, कोटपूतली- बहरोड़, खैरथल- तिजारा, फलौदी और सलूम्बर।
Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: गौरतलब है कि गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल में 17 नए जिले और तीन नए संभाग बनाए थे, जिनमें बालोतरा, डीडवाना, फलौदी, अनूपगढ़, जोधपुर ग्रामीण, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुर सिटी, खैरथल, डीग, कोटपूतली, ब्यावर, केकड़ी, जयपुर ग्रामीण और दूदू जिले शामिल थे, जबकि सीकर, पाली और बांसवाड़ा को नए संभाग के रूप में घोषित किया गया था।
Bhajanlal Cabinet Meeting Decision: बीजेपी ने इस फैसले पर लगातार सवाल उठाए थे, जिसके बाद चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भजनलाल सरकार ने नए जिलों के गठन की समीक्षा करने का निर्णय लिया। इसके लिए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी ललित के पंवार की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी, जिसने नए जिलों के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट दी।