Bacheli News: जल जीवन मिशन से जल समस्या का हुआ निदान, ग्रामीण महिलाओं के चेहरे पर आई मुस्कान
Bacheli News: जल जीवन मिशन से जल समस्या का हुआ निदान, ग्रामीण महिलाओं के चेहरे पर आई मुस्कान

Bacheli News: फकरे आलम खान/दंतेवाड़ा – बचेली। ’’पहले मुझे पीने का पानी लेने के लिए अपने घर से दूर मेन रोड पार करने के बाद कुछ दूरी तय कर हैण्डपम्प से लाना पड़ता था। जहां अन्य महिलाएं भी पानी लेने, कपड़े धोने या नहाती भी थी, जिसके कारण एक लंबे इंतजार के बाद मुझे पानी मिलता था। नहाने और कपड़े धोने के लिए मैं बच्चों को लेकर नदी जाती थी। दिनभर में कुल 5 से 7 गुण्डी पानी लाने के कारण मेरा पूरा दिन केवल पानी भरने और घर के दैनिक कामों में ही गुजर जाता था’’। यह कहना है ब्लॉक दंतेवाड़ा के ग्राम पंचायत बालपेट के आश्रित ग्राम भैरमबंद निवासी महिला श्रीमती सुमित्रा भास्कर का। कमोबेश यही व्यथा यहां के हर ग्रामीण महिलाओं की रही है। जो अपने परिवारजनों के लिए दैनिक कार्यों और पेयजल के लिए नदियों कुओं और हैंड पंप में ही अपने दिनचर्या का अधिकतर समय व्यतीत करने में विवश थी। परन्तु अब स्थितियां बदली है और वे अब जल जीवन मिशन योजना के लाभ से स्वच्छ पेयजल के साथ-साथ अपना और अपने बच्चों के भविष्य को आधुनिक स्वरूप दे रही है।
Bacheli News: ग्राम भैरमबंद जिला दंतेवाड़ा के मुख्यालय से लगभग 07 किमी दूर स्थित है। ग्राम भैरमबंद में कुल घरों की संख्या 60 और कुल जनसंख्या 323 है, ग्राम में कुल 03 बसाहट पटेलपारा, राउतपारा, स्कूलपारा है। ग्राम में 01 प्राथमिक शाला और 01 आंगनवाड़ी है यहां जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन के तहत कुल 11.5 लाख लागत की योजना बनाकर, पहले से कुल 03 जीआई स्ट्रक्चर एवं 1400 मीटर पाईप लाईन का विस्तार कर ग्राम के कुल 06 पारा के घरों में जल जीवन मिशन योजना को पहुंचाया गया है। इससे ग्रामीणों को न केवल घरों में नल के माध्यम से पेयजल प्राप्त हो रहा है साथ ही साथ यहां के स्कूलों और आंगनबाड़ी में अध्ययनरत बच्चों को पेयजल एवं मध्यान्ह भोजन हेतु शुद्ध पेयजल प्राप्त हो रहा है।
Bacheli News: घरों में नल सुविधा होने से प्रसन्न सुमित्रा भास्कर आगे बताती है कि पहले तो जिंदगी की सबसे बड़ी समस्या पानी भरना ही था जिसके कारण कभी कुछ करने का सोच भी नहीं सकती थी। मैं सरस्वती स्व सहायता समूह में सदस्य हूँ लेकिन उसमें भी कभी ठीक से समय नहीं दे पाती थी।
Bacheli News: लेकिन अब मेरे घर में जल जीवन मिशन योजना का नल लग गया है। सुबह 7 बजे से ही घर में पानी मिल जाता है। इसके अलावा मेरी सिलाई में बहुत रूचि है और अभी में लाईवलीहुड कॉलेज में सिलाई का फैशन डिजाइनर का कोर्स कर रही हूं। अपने दोनों बच्चों को तैयार कर उन्हें आंगनबाड़ी और स्कूल भेज मैं घर का पूरा काम 9 बजे तक निपटा कर लाईवलीहुड की बस से सिलाई प्रशिक्षण के लिए चली जाती हूँ और शाम को 4 बजे वापस आ जाती हूँ जिससे शाम को भी पानी मिल जाता है। अब तो पूरा दिन ही व्यवस्थित हो गया है। इस प्रकार जल जीवन मिशन के माध्यम से मुझे पानी भरने के श्रम से मुक्ति तो मिली है साथ ही समय की बचत होने से मुझे अपने स्वरोजगार के सपने को भी साकार करने का मौका मिला है। सिलाई प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत मेरी घर में ही सिलाई सेंटर खोलने की योजना है।
Bacheli News: शासन की जल जीवन मिशन योजना की प्रशंसा करते हुए वे यह भी कहती है, जल जीवन मिशन योजना ने तो जैसे मुझे साफ पानी देने के साथ नयी जिंदगी ही दे दी। पहले हैंडपंप का पानी पीने और नदी में नहाने के कारण मेरे जैसी कई महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता था। तबीयत खराब होने से दवाई का खर्चा और घर परिवार में परेशानी अलग होती थी। पर अब तो नल के स्वच्छ पानी से पूरा परिवार स्वस्थ है। जल जीवन मिशन योजना लाने के लिए हम महिलाएं शासन का आभार व्यक्त करती हैं। वास्तव में पूर्व में ग्राम भैरमबंद में ग्रामीण एवं मवेशी पीने के पानी, दैनिक कार्यों और पेयजल हेतु नदी, चुंआ और हैंडपंप पर आश्रित थे। ग्रीष्मकाल के दौरान नदी सूखने व जल स्तर कम होने पर लंबी दूरी तय कर पेयजल लेना होता था और कुल 60 घरों के संख्या वाला यह ग्राम पेयजल संकट से जूझ रहा था। लेकिन आज इस ग्राम की सुमित्रा सहित अन्य महिलाओं के लिए जल जीवन मिशन आर्थिक व सामाजिक विकास का एक बड़ा कारक बना है। और इस तथ्य से सभी सहमत होंगे कि गांव के घरों में नलों से पीने का पानी मिल जाने से गांव और समाज में सुखद परिवर्तन आ रहा है।