
नई दिल्ली | Pahalgam terror attack : 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। इस दुखद घटना पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हमले में घायल लोगों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
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मुकेश अंबानी ने कहा, “हम इस बर्बर आतंकी हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष भारतीयों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। पूरे रिलायंस परिवार की ओर से पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं और घोषणा करते हैं कि सभी घायलों का इलाज मुंबई स्थित रिलायंस फाउंडेशन सर एचएन अस्पताल में पूर्णतः नि:शुल्क किया जाएगा।”
आतंकवाद मानवता का दुश्मन
मुकेश अंबानी ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसे किसी भी स्तर पर समर्थन नहीं मिलना चाहिए। हम भारत सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंक के खिलाफ इस निर्णायक लड़ाई में पूरे समर्पण के साथ खड़े हैं।”
पीएम मोदी का सख्त संदेश
इस हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि “अब आतंकवाद को मिट्टी में मिलाने का समय आ चुका है।” उन्होंने बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर कहा कि भारत अब आतंक और उसके समर्थकों को पहचान कर कड़ी सजा देगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवाद भारत की आत्मा को नहीं तोड़ सकता।
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भारत सरकार के सख्त कदम
घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए हैं:
- सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है।
- अटारी-वाघा बॉर्डर बंद कर दिया गया है।
- पाकिस्तानियों के सभी वीजा तत्काल प्रभाव से निलंबित, 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का निर्देश।
- केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक मान्य रहेगा।
- विदेश मंत्रालय ने भारत में रह रहे पाक नागरिकों से शीघ्र देश छोड़ने को कहा है।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि भारत अब आतंकी गतिविधियों के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी बरतने के मूड में नहीं है। रिलायंस द्वारा घायलों के इलाज की घोषणा मानवीयता का एक बड़ा उदाहरण है, वहीं केंद्र सरकार के कड़े कदम यह संकेत दे रहे हैं कि अब निर्णायक कार्रवाई का वक्त आ गया है।