Monsoon 2025 Update : आ गई मौसम विभाग की रिपोर्ट, इस साल जमकर होगी बारिश…मानसून की होगी इस दिन से एंट्री
Monsoon 2025 Update : The weather department's report on rain is out, there will be heavy rain this year... Monsoon will enter from this day

नई दिल्ली | Monsoon 2025 Update : गर्मी ने भले ही इस बार जल्दी दस्तक दे दी हो, लेकिन मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर एक राहत देने वाली खबर दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि इस बार मॉनसून में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जिससे किसानों और आम लोगों को राहत मिलेगी।
Monsoon 2025 Update IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि इस पूरे मॉनसून सीजन में अल नीनो की स्थिति नहीं बनेगी, जो आमतौर पर कम बारिश का कारण बनती है। इस बार भारत में मॉनसून के चार महीनों, यानी जून से सितंबर तक, सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार बारिश का आंकड़ा 87 सेंटीमीटर के दीर्घकालिक औसत का 105 प्रतिशत रहने का अनुमान है। मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि अल नीनो की स्थिति, जो भारतीय उपमहाद्वीप में कम मॉनसून बारिश से जुड़ी होती है, इस बार बनने की संभावना नहीं है। यह भविष्यवाणी उस समय की जा रही है, जब देश के कई हिस्से भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं।
READ MORE : BREAKING NEWS : गैस लीक होने से लगी भीषण आग, दो की दर्दनाक मौत…चार झुलसे
Monsoon 2025 Update मॉनसून की बारिश का सीधा असर कृषि पर पड़ता है, और इस लिहाज से एक अच्छा मॉनसून भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। लगभग 42.3 प्रतिशत आबादी की आजीविका कृषि पर निर्भर है, और यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 18.2 प्रतिशत का योगदान करता है। इसके अलावा, भारत के 52 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में बारिश से ही सिंचाई होती है, जो पीने के पानी और बिजली उत्पादन के लिए जलाशयों को भरने के लिए भी अहम है।
कब होगी मॉनसून की एंट्री?
Monsoon 2025 Update हालांकि, सामान्य बारिश का मतलब यह नहीं है कि देश के हर हिस्से में समान रूप से बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के पैटर्न में बदलाव आ रहा है। जलवायु वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश के दिनों की संख्या कम हो रही है, लेकिन कम समय में भारी बारिश की घटनाएं बढ़ रही हैं।
READ MORE : Ajab-Gajab : राम भरोसे स्वास्थ्य व्यवस्था! टॉर्च की रोशनी में कर दी महिला की डिलीवरी, जनरेटर और सोलर दोनों बंद
इसके परिणामस्वरूप बार-बार सूखा और बाढ़ की समस्याएं सामने आ रही हैं। सामान्य तौर पर, भारत में मॉनसून 1 जून के आसपास केरल के दक्षिणी सिरे पर पहुंचता है और मध्य सितंबर में वापस लौटता है।
इस बार उम्मीद से ज्यादा बारिश का अनुमान
IMD के अनुसार, सामान्य बारिश का मतलब है कि मॉनसून सीजन में 87 सेंटीमीटर की औसत बारिश का 96 प्रतिशत से लेकर 104 प्रतिशत तक होना। यह औसत पिछले 50 सालों के आंकड़ों पर आधारित है। यानी, IMD का कहना है कि इस बार मॉनसून अच्छा रहेगा, जो किसानों के लिए लाभकारी होगा और पानी की समस्या को भी कम करेगा।
Monsoon 2025 Update हालांकि, जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले बदलावों के लिए हमें तैयार रहना होगा, क्योंकि बारिश का पैटर्न पहले जैसा नहीं रहेगा। इसलिए, पानी का सही तरीके से इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होगा।