INSIDE STORY : रायपुर जिले का राजिम रेल्वे स्टेशन, पहचान गरियाबंद जिले के नाम, दो जिलों के बीच का पेच

रायपुर। INSIDE STORY : राजिम में निर्मित नया रेल्वे स्टेशन बनकर तैयार है. जो अन्य रेल्वे स्टेशनों से अलग साबित होने वाला है, इसके पीछे की वजह यह है कि यह रायपुर जिला अंतर्गत, गरियाबंद जिले का राजिम रेल्वे स्टेशन कहलाएगा. दरअसल इसकी वजह नाम को लेकर है. राजिम में स्थित महानदी इस पार स्थित रेल्वे स्टेशन नवापारा में आता है जो कि रायपुर जिला अंतर्गत है, वहीं नदी के उस पार राजिम क्षेत्र गरियाबंद जिले में आता है, जबकि नवापारा स्थित रेल्वे स्टेशन, राजिम रेल्वे स्टेशन के नाम से जाना जाता है. दो जिलों के बीच का यह पेच लोगों के अनोखा साबित हो रहा है.
Read More : IND vs AUS PM XI : टीम इंडिया ने 44 वें ओवर में जीता मैच… फिर भी 46 ओवर तक की बल्लेबाजी, जानिए दिलचस्प वजह…
INSIDE STORY : हालंकि पहले से ही नवापारा स्थित रेल्वे स्टेशन, राजिम के नाम से जाना जाता है. जब राजिम और धमतरी के लिए चलने वाली छोटी रेललाइन संचालित हो रही थी. छोटी रेललाइन नैरोगेज का 117 साल का इतिहास रहा है. जो कि 1 मई 2017 से थम गया था. 30 अप्रैल को आखिरी बार तेलीबांधा स्टेशन से छुटी थी, अब रायपुर राजिम के बीच छोटी रेल लाइन को अपग्रेड किया जा रहा है. ज्ञात हो कि राजिम से अभनपुर तक लगभग 17 किलोमीटर तक बड़ी लाईन की पटरी बिछ चुकी है. यहां के पुराने प्लेटफार्म को नष्ट कर नया प्लेटफार्म निर्मित किया गया है.
Read More : Lattest News : सर्वोच्य न्यायाल के निर्देशानुसार 2019 रजिस्टर्ड वाहनों में High Security Registration लगाने की अनिवार्यता
INSIDE STORY : जो लगभग एक अरब रूपए का प्रोजेक्ट है. नवनिर्मि प्लेटफार्म सभी सुविधाओं से लैस होगी, जिससे आने-जाने वाले यात्रियों का किसी प्रकार की परेशानियों से ना गुजरना पड़े. उक्त रेल्वे स्टेशन में भी वही सुविधाएं होगी जो आम रेल्वे स्टेशन में होती है. जैसे रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन में उपलब्ध हैं. लगभग निर्माण की पूर्णत: की ओर उक्त रेल्वे स्टेशन में कुछ काम बाकी है, जिसे पूर्ण किया जा रहा है. ज्ञात हो कि केंद्री से धमतरी और राजिम तक बड़ी रेल लाईन का शिलान्यास 6 अक्टूबर 2018 को तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल एवं छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह ने किया था.
Read More : CG Cabinet Meeting : साय कैबिनेट की बैठक आज, कई अहम प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर
वर्ष 2022 तक रेल लाइन बिछाने का लक्ष्य था, किन्तु कोरोना कॉल के आ जाने के बाद स्टेशन के विकास की गति पर रोक लग गई थी और इसकी पूर्ण निर्माण अवधि 2022 से 2024 तक के लिए बढ़ा दी गई थी. बताया जा रहा है कि नये वर्ष पर आने वाले माघी पुन्नी मेला के दूसरे माह फरवरी माह में शुरू कर दिया जाएगा. इस पटरी में मालगाड़ी भी दौडग़ी. 17 किमी के दायरे में 36 माइनर ब्रिज बने है. निश्चित तौर पर बड़ी रेललाईन के शुरू हो जाने पर राजिम, अभनपुर सहित आसपास के गांव के लोगों को इसका लाभ प्राप्त हो सकेगा.
Read More : CG Accident : रफ़्तार के कहर ने ले ली जान! स्कॉर्पियो ने युवक को रौंदा, मौके पर ही हुई मौत, वाहन चालक की तलाश में जुटी पुलिस
INSIDE STORY : यात्री सुविधा, समय एवं पैसों की बचत होगी. गौरतलब है कि जब नैरोगेज की लाईन संचालित थी तब उस समय रेल्वे के लिए यह घाटे का सौदा था. अब इसे बड़ी लाईन के रूप में विकसित कर दिया गया है. जिसका विस्तार जिलेवार होन पर इसका आर्थिक रेसियो में इजा फा होना निश्चित है. बड़ी लाईन निर्माण के बाद आसपास के क्षेत्रो में व्यापारिक स्थिति भी संवरेगी, जिससे शहरीकरण को बढ़ावा मिलेगा और इंडस्ट्रीज के आगमन होने की स्थिति में इसका समुचित लाभ क्षेत्र को मिलेगी.