Premanand Maharaj : बाबाओं पर बन रही फिल्मों और सीरीज़ से नाराज प्रेमानंद महाराज, बताया उनकी मूवी कैसी होगी?
Premanand Maharaj : बाबाओं पर बन रही फिल्मों और सीरीज़ से नाराज प्रेमानंद महाराज, बताया उनकी मूवी कैसी होगी?

Premanand Maharaj : प्रेमानंद महाराज की बातें और उनके प्रवचन लोगों को बहुत भाते हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा भी अपने पति विराट कोहली और बच्चों वामिका-अकाय के साथ कई बार उनके दर्शन करने और प्रवचन सुनने जा चुकी हैं। हाल ही में, जब एक फिल्ममेकर ने प्रेमानंद महाराज से उनके ऊपर फिल्म बनाने की बात की, तो उन्होंने कुछ इस तरह का जवाब दिया। साथ ही, उन्होंने संतों और बाबाओं पर बन रही फिल्मों पर भी अपनी राय दी।
Premanand Maharaj : क्या प्रेमानंद महाराज पर बनेगी फिल्म?
Premanand Maharaj : जब एक फिल्ममेकर ने प्रेमानंद महाराज से उनके ऊपर फिल्म बनाने के लिए कहा, तो वह हंसते हुए बोले, “हम तो खुद ही पिक्चर हैं। यह चित्र कब उड़ जाए, कुछ पता नहीं। किडनी फेल्योर वाला आदमी बैठा है, हम कुछ नहीं हैं। जो कुछ हो रहा है, वह हमारा स्वभाव नहीं है, न हमारी सामर्थ्य है। जो प्रचार हो रहा है, वह हमारा उद्देश्य नहीं है, श्रीजी करवा रही हैं।
Premanand Maharaj : फूल में जब पराग आ जाता है, तो भंवरे खुद ही उसे आकर्षित कर लेते हैं, उन्हें निमंत्रण भेजने की जरूरत नहीं होती। ऐसे ही मुझ पर फिल्म बनानी नहीं पड़ेगी, तुम सभी हमारा सहयोग करो, उस रास्ते पर चलो जिस पर हम बोल रहे हैं। फिर तुम ही हमारी फिल्म बन जाओगे। हमारी जीवनी कागज में नहीं लिखी जाएगी, हमारी जीवनी तुम्हारे हृदय में होगी। राधा राधा राधा राधा… यही हमारी फिल्म है। हमारी फिल्म के किरदार आप सभी हैं। हम सभी अगर भगवत मार्ग पर चलेंगे, तो वही हमारी फिल्म होगी। फिल्म बनाने से अच्छा है कि तुम हमारे आचरण पर चलो, यही हमारी फिल्म बनाने से बेहतर है।”
Premanand Maharaj : बाबाओं पर बनने वाली सीरीज से नाराज दिखे प्रेमानंद महाराज
Premanand Maharaj : इस दौरान प्रेमानंद महाराज ने बाबाओं पर बन रही फिल्मों और सीरीज़ के बारे में भी अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आजकल ऐसी फिल्में और सीरीज़ बनाई जा रही हैं, जो साधु-महात्माओं की पूरी छवि ही बिगाड़ देती हैं। हम यह नहीं कहते कि हर किसी का चरित्र सही नहीं होता, दोनों पक्ष होते हैं, लेकिन असली संतों का रूप भी तो दिखाओ। क्या हमारे भारत में असली संत नहीं रहे? ज्ञान देव, नाम देव, सोपान देव… पूरे भारत में नजर डालिए।
Premanand Maharaj : मीरा जी, श्री चैतन्य महाप्रभु जैसे महान संतों का चरित्र क्यों नहीं दिखाया जाता? ऐसे लोग जिनके चरित्र को देखकर हमारी बुद्धि को शुद्धि मिले। और एक बार अगर हमने किसी गलत व्यक्ति को देखा, तो वह रंग हमारी नजरों में ऐसे चढ़ जाता है कि सभी संतों को हम उसी तरह देखने लगते हैं। देखो, समाज का सुधार सिर्फ दो चीजों से होगा – शास्त्र और संत। शास्त्रों तक आपकी पहुंच नहीं है, तो संतों की बात पर श्रद्धा रखो, यही सबसे अच्छा रहेगा और सब कुछ मंगलमय होगा।